चीन ने तिब्बत में उड़ाया जासूसी वाला खास हेलिकॉप्टर, भारतीय सीमा पर करेगा तैनात
भारत से तनाव के बीच चीन ने तिब्बत के पठार पर अपने जासूसी वाले खास अनमैंड हेलिकॉप्टर को उड़ाया है। बताया जा रहा है कि चीन की खुद की तकनीकी से निर्मित इस हेलिकॉप्टर की ऊंचाई वाले क्षेत्र में यह पहली उड़ान थी। चीनी मीडिया के अनुसार, इस हेलिकॉप्टर को भारत से सटी सीमा पर तैनात किया जाएगा। बॉर्डर वाले इलाकों में इस हेलिकॉप्टर के जरिए सैन्य समाग्री की सप्लाई और जासूसी की गतिविधियों को अंजाम दिया जा सकता है।
तिब्बत के पठार पर भरी पहली उड़ान
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, AR500C नाम के इस अनमैंड हेलिकॉप्टर ने दाओचेंग येडिंग एयरपोर्ट पर अपनी पहली पठारी उड़ान को पूरा किया है। यह एयरपोर्ट 4,411 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसके साथ ही यह दुनिया का सबसे ऊंचा नागरिक हवाई अड्डा भी है। इस हेलिकॉप्टर को चीन सरकारी की एजेंसी एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना ने बनाया है।
भारतीय सीमा पर तैनात करने की योजना
यह हेलिकॉप्टर टोह लेने, रेकी करने के अलावा, कम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, परमाणु विकिरण का पता लगाने, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जंगी गतिविधि में उपयोगी साबित होगा। इस हेलिकॉप्टर को भारत से लगी सीमा पर तैनात किए जाने की योजना है। चीनी मीडिया के अनुसार, यह फिक्स्ड-विंग ड्रोन के विपरीत लचीला है इसलिए इसे उड़ान भरने के लिए छोटी सी जगह की जरूरत होगी।
500 किग्रा तक का पेलोड उठाने में सक्षम
इस हेलिकॉप्टर का निर्माण चीन के सरकारी स्वामित्व वाली एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ने किया है। इसने अपनी पहली उड़ान मई में पूर्वी चीन के जियांग्शी प्रांत के पोयांग में एक एवीआईसी बेस पर भरी थी। इस दौरान हेलिकॉप्टर ने कई प्रकार के मनुवर को भी प्रदर्शित किया था। यह हेलिकॉप्टर अधिकतम 500 किलोग्राम तक के भार तो उठा सकता है।
170 किमी/घंटे की स्पीड से भर सकता है उड़ान
बता दें कि AR500C चीन द्वारा विकसित पहला मानव रहित हेलिकॉप्टर है। यह पांच किलोमीटर की रेंज में 6700 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इसकी अधिकतम स्पीड 170 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि एक बार में इसे 5 घंटे तक उड़ाया जा सकता है।