SAARC की बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नहीं लिया कश्मीर का नाम
जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर भारत को हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर घेरने की कोशिश करने वाले पाकिस्तान ने साउथ एशियन रीजनल कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन () देशों की बैठक के दौरान इस पर चुप्पी साध ली। संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जम्मू-कश्मीर का जिक्र नहीं किया। आमतौर पर बेहद आक्रामक और हमलावर रवैया अपनाने वाले कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर को लागू करने की बात कही।
‘विवादित क्षेत्रों’ का जिक्र
कुरैशी ने इस दौरान कोरोना वायरस से निपटने के लिए क्षेत्रीय सहयोग पर जोर दिया। हालांकि, उन्होंने ‘विवादित क्षेत्रों में एकपक्षीय/अवैध तरीके से यथास्थिति बदलने’ की निंदा की। शाह ने कहा कि इससे SAARC के उद्देश्यों को नुकसान होगा। उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और स्थिरता पर भी जोर दिया। इस दौरान कुरैशी ने कश्मीर का खुलकर जिक्र नहीं किया।
कॉन्फ्रेंस ऑन इंटरैक्शन ऐंड कॉन्फिडेंस-बिल्डिंग मेजर्स इन एशिया (CICA) की स्पेशल मिनिस्टीरियल मीटिंग में भारत ने साफ-साफ कहा है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा रहे हैं और रहेंगे। पाकिस्तान को भारत के घरेलू मुद्दों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। वहीं, पाकिस्तान का बयान भारत के मुद्दों, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता में दखल है जो CICA के सदस्यों के बीच 1999 में किए डेक्लरेशन के सिद्धांतों का उल्लंघन है।