चीनी मीडिया ने किया 'जंग का ऐलान', कहा- संभावित युद्ध के लिए तैयार रहे सेना
चीन की सरकारी मीडिया के संपादक हू शिजिन ने एक बार फिर भारत-अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों को जंग की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि चीनी सेना को भी संभावित युद्ध के खतरे को देखते हुए मानसिक और सैन्य रूप से तैयार रहना चाहिए। उन्होंने अपनी संपादकीय में अमेरिका पर तनाव भड़काने का भी आरोप लगाया। शिजिन ने कहा कि अमेरिका हमारे पड़ोसी देशों को चीन के खिलाफ युद्ध के लिए भड़का रहा है।
पड़ोसियों को भड़का रहा अमेरिका
उन्होंने लिखा कि हमारे कई पड़ोसी देशों के साथ क्षेत्रीय विवाद हैं। इनमें से कई देशों को लगता है कि अमेरिका के समर्थन से उन्हें रणनीतिक अवसर मिल रहा है। इसी कारण वह चीन के साथ अपमानजनक व्यवहार करने की कोशिश करते हैं। उनका मानना है कि चीन अमेरिका के रणनीतिक दबाव में है, वह डरा हुआ है और किसी के साथ भी सैन्य संघर्ष में शामिल नहीं होना चाहता या अनिच्छुक है।
चीनी लोगों को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा
उन्होंने ताइवान को भी चेतावनी देते हुए लिखा कि हाल के दिनों में बनी परिस्थितियों के कारण चीन युद्ध करने के लिए मजबूर हो रहा है। हालांकि, यहां के लोग युद्ध नहीं चाहते हैं। हम जितना कम युद्ध चाहते हैं, उतनी ही हमारे लिए दुविधा बढ़ रही है। इसलिए चीनी लोगों में युद्ध में शामिल होने के लिए साहस होना चाहिए। जिसका उद्देश्य हमारे हितों को सुरक्षित करना होगा। इस युद्ध का लागत वहन करने के लिए भी लोगों को तैयार रहना चाहिए।
चीनियों नैतिकता का पाठ पढ़ाया
उन्होंने चीनी लोगों को अमेरिका के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि युद्ध को लापरवाही से नहीं लड़ा जाना चाहिए। अगर हमें युद्ध लड़ना है तो इसे जीतना भी जरूरी होगा। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी जीत के दो मायने होते हैं, पहला- युद्ध के मैदान में प्रतिद्वंद्वी को हराना; दूसरा, यह नैतिक रूप से उचित होना चाहिए।
कबूली सच्चाई- दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति नहीं चीन
उन्होंने आखिरकार सच्चाई को कबूल करते हुए कहा कि चीन दुनिया की सबसे मजबूत शक्ति नहीं है। अमेरिका चीन को दबा रहा है। यदि हम अपनी नैतिकता को खत्म कर युद्ध जीतते हैं, तो हम गलती से अमेरिका को चीन विरोधी गठबंधन बनाने में मदद कर सकते हैं। अमेरिका हमारी रणनीतिक स्थिति को और भी अधिक चुनौती देता है। ऐसे में हमारे लिए खतरा बढ़ जाएगा।
कुछ दिन पहले भारत को दी थी धमकी
हू शिजिन ने कहा था कि यदि भारतीय सैनिक पैंगोंग झील के दक्षिण तट से नहीं हटते हैं तो चीनी सेना पूरे ठंड के मौसम तक उनके साथ मुकाबला करती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय सैनिकों का संचालन तंत्र बहुत खराब है। कई भारतीय सैनिक या तो ठंड से मर जाएंगे या फिर से कोरोना वायरस से। उनके इस ट्वीट पर कई सामरिक विशेषज्ञों ने लताड़ लगाई थी।