सख्त वीजा नियमों पर भड़की चीनी मीडिया, तंज- भारत जाना कौन चाहता है?
लद्दाख में तनाव के बीच चीनी नागरिकों के लिए वीजा नियमों को सख्त करने पर चीन की सरकारी मीडिया भड़की हुई है। शेखी बघारते हुए जिनपिंग की पिट्ठू मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि कोरोना काल में चीन दुनिया का सबसे सुरक्षित देश है। तंज कसते हुए कहा कि ऐसे में भला कौन भारत जाना चाहता है। उसने चीन के लोगों के लिए वीजा प्रतिबंधो को बेतुका करार दिया।
चीन की गरीबी-भुखमरी भूल भारत पर साधा निशाना
ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सोशल मीडिया वीवो के यूजर्स का हवाला देते लिखा कि भारत अस्वच्छता और खराब सामाजिक व्यवस्था के कारण चीनी पर्यटकों के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन नहीं है। हालांकि, इस दौरान जिनपिंग की अनाधिकारिक प्रवक्ता बना ग्लोबल टाइम्स खुद के देश की भुखमरी और गरीबी को भूल गया।
ऑनलाइन सर्वे का दिया हवाला
सरकारी मीडिया ने एक ऑनलाइन सर्वे का हवाला देते हुए लिखा कि गुरुवार रात को शुरू किए गए एक सर्वे में सवाल किया गया कि क्या कोई है जो भारत का दौरा करना चाहता है? जिसके जवाब में ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि शुक्रवार दोपहर 1 बजे तक 162,000 चीनी लोगों ने ना में उत्तर दिया, जबकि 3,300 लोगों ने हां कहा।
चीन को उकसाने का लगाया आरोप
चीनी मीडिया ने भारत को गीदड़भभकी देते हुए कहा कि भारत सक्रिय रूप से चीन को उकसा रहा है और चीन-भारत संबंधों को नुकसान पहुंचा रहा है। जून में 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने के बाद, भारत सरकार ने 118 अन्य चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया है। शांति का राग अलापते हुए ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि चीनी और भारतीय दोनों लोगों को शांत रहने और द्विपक्षीय संबंधों को दीर्घकालिक नुकसान से बचने की आवश्यकता है।
खाने की कमी से जूझ रहा चीन
चीन इस समय दाने-दाने को मोहताज है। इसकी बानगी तभी देखने को मिल गई जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अगस्त में क्लीन योर प्लेट अभियान को शुरू किया था। खाने की कमी से जूझ रहा चीन भारत से उलझ कर उग्र राष्ट्रवाद का सहारा लेने की कोशिश कर रहा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की पूरी कोशिश है कि जनता का ध्यान गरीबी और भुखमरी से हटकर देशभक्ति और राष्ट्रवाद पर केंद्रित हो जाए।
टिड्डी, बाढ़, कोरोना…चीन की हालत पस्त
चीन इस समय दशक के सबसे बड़े टिड्डियों के हमले से जूझ रहा है। जिससे देश के दक्षिणी भाग में खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। इन्हें काबू में करने के लिए चीनी सेना तक अभियान चला रही है। दूसरी बात यह है कि भीषण बाढ़ के कारण चीन में हजारों एकड़ की फसल बर्बाद हो गई है। चीन के जिस इलाके में सबसे ज्यादा फसल उगती है, बाढ़ का असर भी उन्हीं इलाकों पर ज्यादा पड़ा है।