अमेरिकी चुनाव में 'ट्रंप कार्ड' बने हिंदू, बाइडेन ने लुभाने के लिए शुरू किया अभियान
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिंदू समुदाय के 20 लाख से अधिक सदस्य ‘ट्रंप कार्ड’ बन गए हैं। राष्ट्रपति और उनके विपक्षी उम्मीदवार हिंदुओं को लुभाने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं। बाइडेन ने तो मंगलवार को बकायदा हिंदुओं के लिए ‘हिंदू अमेरिकन्स फॉर बाइडेन’ अभियान चलाने का ऐलान किया। बाइडेन ने हिंदुओं से घृणा अपराध समेत उनकी अन्य समस्याओं को सुलझाने का वादा भी किया।
ट्रंप ने 14 अगस्त को हिंदुओं के लिए चलाया था अभियान
इस अभियान के आयोजकों ने बताया कि लिनोइस से भारतीय-अमेरिकी सांसद, राजा कृष्णमूर्ति बृहस्पतिवार को ‘हिंदूज फॉर बाइडेन’ की पहली बैठक को संबोधित करेंगे। बाइडेन अभियान का यह कदम ट्रंप अभियान की 14 अगस्त की घोषणा के करीब दो हफ्ते बाद उठाया गया है जिसने ‘हिंदू वॉयसेज फॉर ट्रंप’ के गठन की घोषणा की थी।
अमेरिका में हिंदुओं का राजनीतिक महत्व बढ़ा
अमेरिका में ऐसा पहले कभी देखने को नहीं मिला था कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार धार्मिक अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं को अपने पाले में करने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं। इससे अमेरिका में हिंदुओं के बढ़ते राजनीतिक महत्व का संकेत मिलता है। हिंदू धर्म अमेरिका में चौथा सबसे बड़ा धर्म है जो 2016 में कुल एक प्रतिशत अमेरिकी आबादी को दर्शाता था। मुस्लिमों और यहूदियों के लिए आधिकारिक गठबंधन होते रहे हैं।
समस्याओं को हल करने पर आयोजकों का जोर
हिंदू अमेरिकन्स फॉर बाइडेन अभियान के सह-प्रमुख मुरली बालाजी ने कहा कि हिंदू अमेरिकी समुदाय की विविधता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनकी समस्याओं को इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए सीधे-सीधे सुना जाए। उन्होंने यह भी कहा कि हम हिंदू अमेरिकी समुदाय के प्रति बाइडेन अभियान की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं जो डेमोक्रेटिक पार्टी के सबसे वफादार घटक हैं।
हिंदू समुदाय को रिझाने में जुटे बाइडेन
इसके आयोजकों के मुताबिक यह कार्यक्रम और साथ ही आगे होने वाले अन्य कार्यक्रम, विभिन्न आयु वर्ग एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि वाले हिंदू अमेरिकियों को पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के पक्ष में मतदान करने के लिए उत्साहित करेंगे। बाइडेन के प्रचार अभियान ने भारतीय-अमेरिकियों के लिये मंच शुरू किया, जिसमें हिंदू समुदाय की कई प्रमुख चिंताओं को रेखांकित किया गया है। बाइडेन ने मंदिरों सहित उपासना स्थलों में किये गये नफरत से प्रेरित अपराधों के लिये जुर्माना कठोर करने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने इस तरह के धर्म स्थलों के लिये सुरक्षा अनुदान बढ़ाने का भी वादा किया है। उन्होंने नफरत से प्रेरित अपराध को अपने न्याय विभाग के लिये प्राथमिकता बनाने की भी बात कही है।
ट्रंप ने भारत के साथ संबंधों का दिया हवाला
ट्रंप के प्रचार अभियान ने कहा, ट्रंप के लिये हिंदू धर्म के लाखों अमेरिकी के योगदानों का सम्मान करते हैं। प्रचार अभियान ने कहा कि समावेशी अर्थव्यवस्था, अमेरिका-भारत संबंध का निर्माण और सभी की धार्मिक स्वतंत्रता के लिये पुरजोर समर्थन का कोई जोड़ नहीं है। राष्ट्रपति ट्रंप को फिर से निर्वाचित करने से अमेरिका में हिंदुओं के लिये धार्मिक स्वतंत्रता की अड़चनें कम होंगी।