ट्रंप ने भारतीय सॉफ्टवेयर डिवेलपर को अनोखे अंदाज में दी US की नागरिकता
वाइट हाउस में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कानूनी आव्रजन के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए बड़े ही नाटकीय अंदाज में एक भारतीय सॉफ्टवेयर डिवेलपर महिला का ‘नागरिकों के महान अमेरिकी परिवार’ में स्वागत किया। ट्रंप ने मंगलवार को सुंदरी नारायणन के एक अमेरिकी नागरिक के रूप में शपथ लेने के बाद उन्हें ‘एक प्रतिभाशाली सॉफ्टवेयर डिवेलपर’ के रूप में पेश किया।
पूरे परिवार से रूबरू हुए ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि सुंदरी नारायणन अमेरिका में बीते 13 सालों से रह रही हैं और उनके परिवार में उनके पति और दो खूबसूरत और प्यारे बच्चे हैं। ट्रंप ने उनकी ओर सिर घुमाकर पूछा, ‘वे आपके जीवन की बेशकीमती चीज हैं, सही कहा?’ इस पर नारायणन ने ‘हां’ में सिर हिलाया। सुनहरे बॉर्डर वाले हल्के गुलाबी रंग की साड़ी पहने सुंदरी नारायणन ने समारोह में रंग भर दिया।
अमेरिका का बदलता चेहरा दिखाने की कोशिश
वहीं, उनके साथ होमलैंड सिक्यॉरिटी सेक्रटरी चाड वुल्फ ने सूडान की एक पशुचिकित्सक, जिन्होंने हिजाब पहना था, सहित चार अन्य लोगों को पद की शपथ दिलाई। अन्य तीन बोलिविया, लेबनान और घाना के थे। उन्होंने बहुसांस्कृतिक मिश्रित कार्यक्रम के माध्यम से अमेरिका के बदलते चेहरे को दिखाया, जिसमें दुनियाभर के विभिन्न धर्मों के अश्वेत प्रवासी भी थे।
नियमों का पालन करने पर जोर
डेमोक्रेट्स और आव्रजन कार्यकर्ताओं की आलोचना का शिकार होने के बावजूद राष्ट्रपति भिन्नताओं को सशक्त बनाने और कानूनी छूट के लिए अपना समर्थन दिखाने के लिए कार्यक्रम का इस्तेमाल कर रहे थे। कानूनी रूप से अमेरिका में आने और नागरिकता प्राप्त करने के नियमों का पालन करने को लेकर उन्होंने कहा, ‘आपने नियमों का पालन किया, आपने कानूनों का पालन किया, आपने अपने इतिहास के बारे में जाना, हमारे मूल्यों को अपनाया और खुद को सत्यनिष्ठ पुरुष और महिला साबित किया।’ ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कानूनों का पालन किया, हालांकि यह आसान नहीं था।
अवैध आप्रवासियों पर कार्रवाई कर चुके हैं ट्रंप
वहीं कन्वेंशन सत्र के बाद में एक अन्य प्रवासी ने ट्रंप की प्रशंसा करते हुए उन्हें फिर से राष्ट्रपति चुनने की अपील की। वह ट्रंप की पत्नी मेलानिया थीं, जो स्वयं स्लोवेनिया की हैं और उन्होंने अमेरिका की नागरिकता ली। गौरतलब है कि ट्रंप ने अवैध आप्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने प्रवासियों को रोकने के लिए दक्षिणी सीमा पर एक दीवार का निर्माण किया है और उन अवैध आप्रवासियों को निर्वासित किया जो आपराधिक बैकग्राउंड वाले थे।
इसके साथ ही उन्होंने अस्थायी रूप से ग्रीन कार्ड या इमिग्रेंट वीजा और एच 1- बी व्यावसायिक कार्य वीजा देना बंद कर दिया है, जिसका प्रयोग ज्यादातर भारतीय करते थे। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने इसे योग्यता-आधारित बनाने और इसके लिए लंबी प्रक्रिया को खत्म करने के लिए आव्रजन में सुधार का प्रस्ताव दिया है।