चीनी विदेश मंत्री वान्ग यी से मिलने पहुंचे पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शुक्रवार को अपने चीनी समकक्ष वान्ग यी से मिलने चीन के हैनान प्रांत पहुंचे। कुरैशी का स्वागत यी ने बाहें खोलकर किया और दोनों ने हल्के-फुल्के अंदाज में मुलाकात की। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों समेत कई मुद्दों पर बातचीत हुई। चीन-पाकिस्तान विदेश मंत्रियों के बीच रणनीतिक वार्ता का यह दूसरा चरण है जिसमें दोनों नेता शामिल हुए हैं। ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब कश्मीर मुद्दे पर कुरैशी के बयान से नाराज सऊदी अरब ने पाकिस्तान को कड़े तेवर दिखाए हैं।
‘कश्मीर मुद्दे को चीन की मदद से उठाया’
इससे पहले कुरैशी ने बयान जारी करते हुए कहा था कि वह इस बैठक में पाकिस्तान का नेतृत्व करेंगे और चीन के विदेश मंत्री के साथ अलग-अलग सेक्टर में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा करेंगे। इनमें चीन पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर को जल्द पूरा करना भी शामिल है। कुरैशी ने कहा कि सरकार चीन की मदद से 55 साल के बाद तीन बार कश्मीर विवाद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के ध्यान में लाई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन ने कोरोना वायरस पर काफी नियंत्रण पा लिया है और कोरोना वायरस मामलों में गिरावट के बाद यह चीन में उनकी पहली यात्रा है।
सऊदी अरब नाराज, पाक को चीन से मदद की आस
कुछ दिन पहले कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे को लेकर OIC (ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन) को लेकर तीखी आलोचना की थी। इससे नाराज सऊदी अरब ने पाकिस्तान से उसे दिया अरबों डॉलर का कर्ज वापस मांग लिया था। माना जा रहा है कि चीन यात्रा के दौरान कुरैशी इससे जुड़ी आर्थिक सहायता मांग सकते हैं। देश के सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा पिछले दिनों रियाद गए थे लेकिन उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा था।
भारत पर भी हो सकती है चर्चा
वहीं, इस दौरान भारत के मुद्दे पर भी बातचीत होने के पूरे आसार हैं। चीन और भारत के बीच लद्दाख में विवाद चल रहा है। दोनों ही देशों ने हजारों की तादाद में सैनिक तैनात किए हैं। इस साल के आखिर में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी पाकिस्तान की यात्रा पर जाने वाले हैं। दोनों नेताओं के बीच इस पर भी वार्ता होनी है। माना जा रहा है कि अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बड़े निवेश का ऐलान कर सकते हैं।