इंसानों की भाषा बोलेंगे सेक्स रोबोट, अमेरिका में हो रहा निर्माण
अमेरिका में अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस आंखों वाले का निर्माण किया जा रहा है। ये रोबोट इंसानी आवाज में अपने कस्टमर्स के साथ बातचीत करेंगे। अमेरिका के सैन डिएगो में स्थित एबिस क्रिएशंस फैक्ट्री ऐसे रोबोट्स का निर्माण कर रही है। कंपनी का दावा है कि ये रोबोट्स देखने में भी इंसानों जैसे ही होंगे।
रोबोट्स में लगी हैं एआई तकनीक वाली आंखें
कंपनी ने कहा कि इन रोबोट्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाली आंखों को लगाया गया है, जो लोगों को पहचानने के बाद उनसे बातचीत भी करने में सक्षम होंगी। यह फैक्टरी अमेरिका के हार्मनी सेक्स रोबोट बनाने वाली कंपनी रियल डॉल के लिए भी रोबोट बनाती है।
अपनों और गैरों की पहचान करने में सक्षम
कंपनी ने यह भी कहा कि यह रोबोट अनजान लोगों और अपने लोगों में फर्क करने में भी सक्षम होगी। अगर कोई अपरिचित व्यक्ति उसके सामने आता है तो रोबोट एक जगह से दूसरी जगह मूव करने में भी सक्षम होगी। इसमें बॉडी टेम्प्रेचर सेट करने के लिए भी विशेष व्यवस्था होगी जिसे मैनुअली तरीके से बदला जा सकता है।
कोरोना काल में की बढ़ी मांग
कोरोना वायरस महामारी के दौरान चीन में बने सेक्ट ट्वॉय की मांग दुनियाभर में 30 फीसदी से ज्यादा बढ़ गई है। साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन की सेक्स ट्वॉय इंडस्ट्रीज को इन दिनों देश और विदेश से बड़ी संख्या में ऑर्डर मिल रहे हैं। चीन के शैंडोंग स्थित सेक्स ट्वॉय बनाने वाली कंपनी लिबो टेक्नोलॉजी के विदेशी सेल्स मैनेजर वायलेट डू ने कहा कि फरवरी में जब हम लॉकडाउन के बाद काम पर लौटे तो बढ़ती मांग के कारण हमें कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी पड़ी।
फ्रांस, अमेरिका और यूरोप से मिल रहे ऑर्डर
डू ने कहा कि फ्रांस, अमेरिका और इटली से हमें सबसे अधिक ऑर्डर मिल रहे हैं। हमारी भी कोशिश है कि अपने ग्राहकों तक जल्द से जल्द ऑर्डर पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि हालांकि इस दौरान चीन में हमारी बिक्री प्रभावित हुई है लेकिन उसका कारण ट्रांसपोर्ट का रुकना है। जल्द ही हमें घरेलू बाजार से भी बड़ी संख्या में ऑर्डर मिलने शुरू हो जाएंगे।
24 घंटे काम कर रही प्रोडक्शन लाइनें
उन्होंने कहा कि हमारी प्रोडक्शन लाइनें 24 घंटे काम कर रही हैं। वहीं, हमारे कर्मचारी दो शिफ्टों में डिमांड को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मांग में अचानक आई वृद्धि का कारण लॉकडाउन है। उन्होंने अमेरिका और कुछ अन्य यूरोपीय देशों से ऑर्डर और बढ़ने की उम्मीद भी जताई।