स्पेस में खोया शीशा, अब कचरा बन घूम रहा
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से बैट्री बदलने से जुड़े काम के लिए बाहर निकले एक अंतरिक्ष यात्री के स्पेससूट से एक छोटा आइना बाहर गिर गया और यह अंतरिक्ष में शामिल होने वाले नये कचरे में शामिल हो गया। कमांडर क्रिस कसीडी ने बताया कि यह आइना प्रति सेकेंड एक फुट की गति से तैरता हुआ दूर चला गया। नासा ने कहा कि यह आइना किसी तरह से कसीडी के स्पेस सूट से अलग हो गया।
कोई खतरा नहीं
हालांकि इस आइने की वजह से अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में चलने या स्टेशन को ही कोई खतरा उत्पन्न होने की आशंका नहीं है। अंतरिक्ष में चलने वाले अंतरिक्षयात्रियों के स्पेस सूट की प्रत्येक बांह पर काम करने के दौरान बेहतर तरीके से दिख सके इसलिए आइना लगा होता है। इस आइने का भार मुश्किल से एक पौंड का दसवां हिस्सा है।
बैट्री बदलने का काम कर रहे हैं
कसीडी और उनके साथी बॉब बेहन्केन पुराने स्टेशन की कुछ अंतिम बैट्रियों को बदलने के लिए अंतरिक्ष में काम कर रहे हैं। नासा के अनुसार जैसे ही लिथियम-आयोन की छह नई बैट्रियां बदल दी जाएंगी, यह अंतरिक्ष प्रयोगशाला अपने बाकी के जीवन काल के अभियान के लिए सही हो जाएगी। काम पूरा करने के लिए कसीडी और बेहन्केन को छह बैट्रियों को लगाना है।
बहुत विशाल हैं बैट्री
यह काफी भारी भरकम काम है क्योंकि प्रत्येक बैट्री करीब एक मीटर लंबी और चौड़ी है जिसका भार 180 किलोग्राम है। ऐसी उम्मीद है कि इनका स्पेसवॉक (अंतरिक्ष में चलना) जुलाई तक जारी रहेगा। इसके बाद बेहन्केन अगस्त में स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल से धरती पर लौट आएंगे। बेहन्केन और डाउग हर्ले ने मई के अंत में स्पेसएक्स के पहले अंतरिक्ष यात्रा का हिस्सा बनकर इतिहास रच दिया है।