कमल खिलाना है तो गरीबों का दिल जीतें भाजपा कार्यकर्ता : मोदी
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से पांच राज्यों के चुनाव में जीत पक्की करने का आह्वान किया. सलाह दी कि चुनाव में रिश्तेदारों, बेटे, बेटियों को टिकट देने के लिए दवाब नहीं बनाएं. संगठन योग्य लोगों को टिकट देगा. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अपने संबोधन में मोदी ने जहां नोटबंदी के फायदे बताये, वहीं चुनाव सुधारों पर जोर दिया.
इस मामले में आम सहमति बनाने के लिए राजनीतिक दलों का आह्वान किया. यह भी कहा कि भाजपा राजनीतिक चंदे को पारदर्शी बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभायेगी. जनता को यह जानने का अधिकार है कि हमारा वित्त-पोषण कहां से आ रहा है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं को प्रधानमंत्री के भाषण की विस्तार से जानकारी दी. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार के कदमों का उल्लेख किया, जिसमें जनधन खाता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत शामिल थे. मोदी ने कहा कि गरीब और गरीबी चुनाव जीतने के साधन नहीं हैं और भाजपा उन्हें वोट बैंक के चश्मे से नहीं देखती. भाजपा अपनी अगली कार्यकारिणी 15 व 16 अप्रैल को आयोजित करेगी.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि गरीब कल्याण के सबसे अधिक काम यदि किसी ने किये हैं, तो वह भाजपा की केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने किये हैं. इसलिए हमारे कार्यकर्ताओं की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे इन योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाएं. इस दौरान विनय सहस्त्रबुद्धे के नेतृत्व वाले पार्टी के सुशासन प्रकोष्ठ ने एक प्रस्तुति दी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की आय दोगुनी करने के अपनी सरकार के प्रयासों पर एक प्रस्तुति दी, जबकि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने डिजिटल अर्थव्यवस्था पर बात की.
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी जीत दर्ज करेगी. इस क्रम में उन्होंने लखनऊ की प्रभावशाली रैली और वाराणसी में कार्यकर्ताओं से हुई अपनी बातचीत का भी उल्लेख किया. कार्यकर्ताओं से बूथ पर सक्रियता से ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा. पार्टी नेताओं से कहा कि उन्हें आलोचनाओं का स्वागत करना चाहिए, लेकिन आरोपों से विचलित नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता चुनाव जीतने के लिए गरीबों का दिल जीतें.
नोटबंदी पर मोदी ने कहा कि देश के गरीबों ने इस ऐतिहासिक निर्णय को स्वीकार किया है. भ्रष्टाचार सहित सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए यह एक प्रभावी कदम है. इससे गरीबों को काफी फायदा होगा. यही कारण है कि कठिनाई के बावजूद जनता से इसका समर्थन किया. गरीबों के कल्याण पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार का मुख्य ध्यान उन्हीं पर है. कालेधन से मुकाबले के लिए नोटबंदी को एक दीर्घकालिक उपाय के तौर पर रेखांकित किया.