सभी धर्मों का सम्मान छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विशेषता : डॉ. रमन सिंह
रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सभी धर्मों और संस्कृतियों का सम्मान करना छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विशेषता है। हम सब अपने देश की महान साझा संस्कृति और साझी विरासत में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा- सिख समाज मेहनतकश और प्रगतिशील लोगों का समाज है। इस समाज के लोग भी स्वयं को छत्तीसगढ़ की संस्कृति में समाहित कर राज्य के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री आज जिला मुख्यालय राजनांदगांव में खालसा पंथ के प्रवर्तक और सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह जी की 350वीं जयंती के अवसर पर गुरूद्वारे में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. सिंह ने गुरूद्वारे में मत्था टेका और राज्य तथा देश के लोगों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने सिख समाज सहित आम जनता को प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं दी। समाज की ओर से उन्हें सरोपा भेंट किया गया।
मुख्यमंत्री ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरू गोविंद सिंह ने खालसा पंथ के जरिए देश और दुनिया को मानवता का संदेश दिया। डॉ. सिंह ने कहा – राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में पंजाबी साहित्य अकादमी गठित करने का निर्णय लिया है। यह अकादमी पंजाबी भाषा और साहित्य के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ हिन्दी, छत्तीसगढ़ी और उर्दू भाषाओं के बीच समन्वय का काम करेगी। डॉ. सिंह ने गुरू गोविंद सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरू गोविंद सिंह जी एक महान योद्धा होने के साथ-साथ संवेदनशील कवि भी थे। उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष में अपने परिवार का भी बलिदान कर दिया। गुरू गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ के माध्यम से मानवता का संदेश पूरी दुनिया में फैलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह जी का जन्म स्थल पटना साहिब की यात्रा के लिए आज छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य से श्रद्धालुओं की एक विशेष ट्रेन रवाना की है। सिख समाज सहित अन्य समाजों के लोग भी इसमें पटना साहिब की यात्रा पर गए हैं। लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह और नगर निगम राजनांदगांव के महापौर श्री मधुसूदन यादव सहित अनेक जनप्रतिनिधि और सिख समाज के लोग बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित थे।