रूस ने किया हैकिंग अटैक, हैं पुख्ता सबूत: मर्केल
जर्मनी की चांसलर ने रूस के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए उन खबरों की पुष्टि की है जिनके मुताबिक वह रूस की हैकिंग की शिकार हो गई थीं। उन्होंने दावा किया है कि उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि रूस ने 2015 में उनके ऑफिस ईमेल्स को हैक किया था। जर्मनी की न्यूज मैगजीन Der Spiegel ने पिछले हफ्ते रूस की GRU मिलिटरी इंटेलिजेंस सर्विस पर हैकिंग का आरोप लगाया था। मॉस्को ने इस आरोप का खंडन किया है।
संसद में दिया जवाब
मर्केल ने कहा कि वह रूस के साथ संबंध बेहतर करना चाहती हैं। उन्होंने हैकिंग की बात को स्वीकारते हुए कहा कि उसकी वजह से जर्मनी की कोशिशों को कोई फायदा नहीं हुआ। मर्केल से जब देश की संसद में इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं रूस के साथ अच्छे संबंध बनाने की कोशिश करूंगी लेकिन मुझे लगता है कि कूटनीतिक कोशिशें जारी रखने की हमारे पास हर वजह है लेकिन इससे (हैकिंग अटैक से) कुछ आसान नहीं होता है।’
दो ईमेल इनबॉक्स निशाने पर
जब Der Spiegel ने इस बारे में रिपोर्ट छापी थी तब जर्मन सरकार ने इस पर कोई जवाब नहीं था। मैगदीन का दावा है कि फेडरल क्रिमिनल पुलिस और फेडरल साइबर एजेंसी ने पाया था कि मर्केल के ऑफिस के दो ईमेल इनबॉक्स को निशाना बनाया गया था। हालांकि, क्या जानकारी उनसे हासिल की गई होगी, इस बारे में पता नहीं चल सका।
5 मई को जर्मनी ने संदिग्ध रूसी मिलिटर इंटेलिजेंस ऑफिसर के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया था। यह अधिकारी उन 12 रूसी अधिकारियों की लिस्ट में शामिल है जो अमेरिका में भी वॉन्टेड हैं। उन पर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप है।