'पैगंबर मोहम्मद का मजाक करें तो सिर कलम'
पाकिस्तान के एक मंत्री के पैगंबर मोहम्मद का मजाक उड़ाने वाले लोगों के सिर कलम करने के बयान से विवाद हो गया है। पाकिस्तान के संसदीय कार्यमंत्री अली मोहम्मद खान ने ट्वीट कर यह बयान दिया। दरअसल, देश में इस वक्त अहमदी मुस्लिमों को देश की अल्पसंख्यक काउंसिल में प्रतिनिधित्व देने को लेकर बहस चल रही है। अहमदी इस बात में विश्वास नहीं रखते हैं कि मोहम्मद आखिरी पैगंबर थे।
सर काटना ही सजा
अली मोहम्मद ने ट्वीट किया कि जो लोग पैगंबर मोहम्मद का मजाक उड़ाते हैं उनके लिए सिर्फ सिर कलम करना ही सजा है। पाकिस्तान की मीडिया में इस बात की चर्चा थी कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमहदियों को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक काउंसिल में जगह दे दी है। इस रिपोर्ट के बाद अहमदी समुदाय के खिलाफ नफरत भरी कैंपेन शुरू हो गई।
नहीं लिया कोई फैसला
इससे पहले अली खान ने दावा किया था कि ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा था कि इमरान खान ने इस प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया है कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इसे छुआ नहीं जाना चाहिए। उन्होंने यहां तक कहा था कि अगर ऐसा कोई करता है तो सबसे पहले वे सरकार का साथ छोड़ देंगे।उन्होंने कहा था कि अहमदी किसी कमीशन का हिस्सा तभी हो सकते हैं जब वे पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक खुद को गैर-मुस्लिम करार दें।