मरने से पहले एक बार पाक जाना चाहते थे ऋषि
बॉलिवुड के दिग्गज ऐक्टर के निधन से भारत ही नहीं, बाहर भी शोक की लहर है। खासकर, से ऋषि कपूर का पुराना नाता रहा है। कपूर खानदान की जड़ें पाकिस्तान में रही हैं और ऋषि को भी बेहद लगाव था। यहां पेशावर में कपूर हवेली है जहां ऋषि के पिता राज कपूर का भी जन्म हुआ था। इस हवेली को 2018 में म्यूजियम बना दिया गया था। ऋषि ने एक बार ट्वीट भी किया था कि वह मरने से पहले एक बार पाकिस्तान जाना चाहते हैं।
साल 2016 में ऋषि ने अपनी एक पुरानी तस्वीर शेयर की थी जिसमें वह पेशावर हवेली में खड़े दिख रहे थे। उन्होंने लिखा था, ‘किसी ने ये भेजी थी। तस्वीर में रणबीर और मैं पेशावर में कपूर हवेली के बाहर दिख रहे हैं। जैसा तस्वीर में दिख रहा है कि हमारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया था।’ इसके बाद साल 2017 में उन्होंने एक ट्वीट में ख्वाहिश जाहिर की थी, ‘मैं 65 साल का हूं और मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे अपनी जड़ें देखें। बस करवा दीजिए। जय माता दी।’
पाकिस्तान की सरकार ने फैसला किया था कि ऋषि कपूर के पुश्तैनी घर को म्यूजियम में तब्दील किया जाएगा। पेशावर के कीसा ख्वानी बाजार में यह घर है और इसे म्यूजियम बनाने की रिक्वेस्ट ऋषि कपूर ने की थी। कपूर हवेली को बशेश्वरनाथ कपूर ने बनाया था जो ऋषि के दादा पृथ्वीराज कपूर के पिता थे। पृथ्वीराज कपूर के बेटे राज कपूर का जन्म भी 14 दिसंबर, 1924 में पेशावर में हुआ था। 1947 में बंटवारे के बाद कपूर खानदान पेशावर से भारत आ गया था।
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पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं। उनके अचानक निधन से पूरे बॉलिवुड में शोक है। देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा है, ऐसे में कुछ लोगों को ही उनके अंतिम दर्शन हो पाए। यहां तक कि ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर और उनका परिवार अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाया था। एक बेटी के लिए इससे बड़ा दर्द क्या होगा कि वह सामने से अपने पिता के अंतिम दर्शन न कर पाए।