नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने रचा ‘नोटबंदी’ का षड्यंत्र: अरविंद केजरीवाल
लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने नोटबंदी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का ‘षड्यंत्र’ करार देते हुए आज कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने मोदी को प्रधानमंत्री बनाया था और अब उसे ही उन्हें इस जनविरोधी कदम के लिये सबक सिखाना होगा.
यूपी की राजदानी लखनऊ में आयोजित एक जनसभा में केजरीवाल ने मोदी पर बैंकों से करीब आठ लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेने वाले बड़े-बड़े उद्योगपतियों का रिण माफ करने के लिये नोटबंदी का कुचक्र रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता को लाइन में लगाकर उसकी गाढ़ी कमाई बैंकों में जमा कराने का मकसद, बैंकों की खराब हालत को ठीक करना है, ताकि विजय माल्या जैसे लोगों का कर्ज माफ किया जा सके.
मोदी और शाह ने रचा ‘नोटबंदी’ का षड्यंत्र
केजरीवाल ने कहा कि बड़े पैमाने पर कर्ज वापस नहीं मिलने से बैंकों के कंगाल होने पर मोदी और शाह ने ‘नोटबंदी’ का षड्यंत्र रचा और सबसे पहले अपना, बीजेपी नेताओं और करीबी उद्योगपतियों का धन ठिकाने लगवाया.
उन्होंने कहा कि इससे गरीब और आम तबका जहां बेहद परेशान हुआ है, वहीं बीजेपी के लोगों और उनके करीबी उद्योगपतियों ने जमकर धन बटोरा है. वर्ष 2014 में बीजेपी को 80 में से 73 सीटें जिताकर मोदी को प्रधानमंत्री बनाने वाले उत्तर प्रदेश के लोगों को अब नोटबंदी के षड्यंत्र के लिये उन्हें सबक भी सिखाना होगा.
मोदी को कुल 40 करोड़ 10 लाख रुपये दिये जाने का जिक्र
केजरीवाल ने कथित रूप से आयकर विभाग के कुछ दस्तावेज दिखाते हुए प्रधानमंत्री पर दो प्रमुख औद्योगिक घरानों से रिश्वत लेने के गम्भीर आरोप लगाये. उन्होंने 15 अक्तूबर 2013 और 22 नवम्बर 2013 को दो बड़े औद्योगिक घरानों के ठिकानों पर डाले गये आयकर विभाग के छापों का जिक्र करते हुए कहा कि विभाग के अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित रिपोर्ट में अलग-अलग तिथियों पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को कुल 40 करोड़ 10 लाख रुपये दिये जाने का जिक्र है.
बीजेपी को वोट मत दें: अरविंद केजरीवाल
नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा हमला बोलते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को उत्तर प्रदेश के लोगों से बीजेपी को वोट नहीं देने का आग्रह किया. विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए करीब आधे घंटे के अपने भाषण के दौरान केजरीवाल ने लोगों को अपना धन निकालने के लिए एटीएम और बैंकों के बाहर लाइनों में घंटों खड़ा करने के लिए ‘मोदी को एक सबक सिखाने’ की बात कही.
आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा, “आप ने मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया. यदि उत्तर प्रदेश ने 80 सीटों में से 73 सीटें उन्हें नहीं दी होतीं तो वह कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते.” उन्होंने कहा, “अब यह आपका कर्तव्य है कि उन्हें एक सबक सिखाएं. पूरा देश आपकी तरफ देख रहा है.”
आपको बता दें कि बीजेपी को साल 2014 के लोकसभा चुनावों में 80 सीटों में 71 सीटों पर जीत मिली है. उसके एक सहयोगी ने दो सीटें जीती और सिर्फ सात सीटें विपक्षी दलों को मिलीं. उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं.
चुनावों में बीजेपी को छोड़ किसी को भी दे देना वोट
केजरीवाल ने कहा कि यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कट्टर समर्थक भी नोटबंदी से पार्टी के खिलाफ हो गए. केजरीवाल ने कहा, “मैं एक व्यक्ति से मिला जो बीजेपी को पिछले 30 सालों से वोट दे रहा है. उसने मुझसे कहा कि उसने अपने परिवार में कहा है कि आने वाले चुनावों में बीजेपी को छोड़ किसी को वोट दे देना.” उन्होंने दूसरे लोगों से ऐसा करने का आग्रह किया.
आप नेता ने राजनीतिक पार्टियों को नोटबंदी के बाद नोटों को बैंक खातों में जमा करने पर आय कर नियमों में छूट दिए जाने के कदम को लेकर मोदी पर हमला किया. उन्होंने सभी पार्टियों के बीते पांच साल के बैंक खातों की एक स्वतंत्र आयोग से जांच की मांग की. उन्होंने कहा, “बीजेपी द्वारा करीब 70 फीसदी चंदा नकदी में लिया जाता है. मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि वह पहले अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को चंदा चेक से लेने के लिए कहे. तब हम सभी नकदी रहित हो जाएंगे.”
केजरीवाल ने मोदी पर गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान कॉरपोरेट कंपनियों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया. केजरीवाल 500 और 1000 रुपये की नोटबंदी के खिलाफ अभियान चला रहे हैं.