कालेधन का कथित कुबेर हिरासत में
अहमदाबाद: केंद्र की आय घोषणा योजना (आइडीएस) के तहत 13,860 करोड़ रुपये की अघोषित आय का खुलासा कर चर्चा में आये गुजरात के कारोबारी महेश शाह अंतत: शनिवार को पकड़े गये. आयकर विभाग ने उन्हें हिरासत लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. शाह ने कहा कि कमीशन के लालच में आकर उन्होंने कुछ लोगों की अघोषित आय को अपनी आय बता कर आइडीएस के तहत खुलासा किया था. बाद में ऐसे लोग पीछे हट गये और इसी वजह से उन्होंने टैक्स की पहली किश्त जमा नहीं कर पाये. आयकर अब उनलोगों को जांच के दायरे में लायेगा, जिनके नाम शाह ने लिये हैं. ऐसे लोगों में बड़े बिजनेसमैन और राजनेता हैं.
शाह द्वारा उजागर किया गया धन भारत में आइडीएस के जरिये बताये गये कुल 65 हजार करोड़ रुपये का 20 फीसदी है. छोटे कारोबारी शाह की वार्षिक आमदनी दो से तीन लाख रुपये रही है. वह अहमदाबाद में एक पुरानी बिल्डिंग के 4 बीएचके फ्लैट में रहते हैं और ऑटोरिक्शा से काम पर जाते थे. उन्होंने पड़ोसियों से भी उधार लिया था. आयकर टीम ने हाल ही में शाह के घर और उनके सीए तहमूल सेठना के ऑफिस और घर पर तलाशी ली थी.
एक निजी टीवी चैनल ने महेश शर्मा का बयान दिखाया, अपने बयान में महेश शाह ने माना है, ‘कमीशन की लालच मैंने कालेधन का एलान किया था. शाह ने कहा, पैसा मेरा नहीं है. 13860 करोड़ रुपये किसके हैं, यह मैं आयकर विभाग को बताऊंगा. यह आकड़ा बढ़ भी सकता है. कालाधन मेरा नहीं है. मुझे और मेरे परिवार को सुरक्षा चाहिए. मैं पहली किस्त भरने के लिए तैयार था लेकिन किसी डर की वजह से मैंने नहीं भरा.’ महेश शाह ने यह भी कहा है कि उसकी कथित आकर घोषणा से कई लोग जुड़े हुए हैं. जब उनके नाम बताऊंगा, तो सच सामने आयेगा. उसने कहा कि यह अपराध या ड्रग्स का कालाधन नहीं है. मैं न भागा था, न फरार था.