गांधी की विरासत पर दावा बरकरार रखने का कांग्रेस का सियासी दांव, BJP को ऐसे किया काउंटर

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नई दिल्ली: ऐसे समय जब नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में कांग्रेस की पुरानी विरासतों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है,कांग्रेस महात्मा गांधी से खुद को जोड़े रखने की मुहिम में जुट गयी है। एक दिन पहले संसद में बीजेपी पर विचारधारा के स्तर पर हमला करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ दौरे पर थे। यहां जहां उन्होंने अपनी और पार्टी की महत्वाकांक्षी योजना न्याय को औपचरिक रूप से शुरू कियाजो गांधी सेवाग्राम की भी आधारशिला रखी जिसमें पूरे देशभर के गांधीवादी लोग जुटे।

गुरुवार को कांग्रेस ने दावा किया कि ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर को सीधी आर्थिक मदद देने वाला छत्तीसगढ़ बना देश का पहला राज्य बना। पार्टी का कहना है कि अब जहां भी वह शासन में आएगी,इस योजना को लांच करेगी। 2019 आम चुनाव में कांग्रेस इसी योजना के नाम पर उतरी थी लेकिन तब इसे अधिक रिस्पांस नहीं मिला। अब पार्टी को लगता है कि अगर कुछ राज्यों में लागू हो गया तो इसका लाभ उसे 2024 में मिल सकता है। पार्टी पूरे देश में इस योजना को अब प्रचारित भी करेगी। वहीं महात्मा गांधी की स्मृतियों को संजोने के लिए नये रायपुर में स्थापित किए जाने वाले गांधी ‘सेवाग्राम’ की भी आधारशिला रखी। ऐसा ही सेवाग्राम कांग्रेस दूसरे राज्यों में भी खोलने की तैयारी है।

मालूम हो कि सरदार पटेल हो या नेताजी सुभाष चंद्र बोस,इन सभी की विरासत से बीजेपी खुद को जोड़ने लगी है।पीएम मोदी खुद को गांधी के सबसे अनुयायी के रूप में पेश करते हैं। दर्जनों देशों में 2014 के बाद सत्ता में आने के बाद वह गांधी मूर्ति का अनावरण कर चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस अब पुरानी गलतियों से सीख लेेते हुए गांधी की विरासत पर आक्रामक रूप से दावा करने उतरी है जिसका असर जमीन पर दिखेगा। कुल मिलाकर कांग्रेस नरेन्द्र मोदी की अगवाई में बीजेपी से लड़ाई में कल्याणकारी योजना हो या विचारधारा उसके लिए समानांतर नैरेटिव बनाने की कोशिश कर रही है जिसकी शुरूआत छत्तीसगढ़ से करने का दावा किया जा रहा है।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

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