बिहार में TMC का 'खेला होबे' का मेगा प्लॉन… प्रशांत किशोर होंगे चेहरा, दूसरी पार्टियों से टूटकर जुड़ेंगे कई नेता

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नई दिल्‍ली
देशव्यापी विस्तार के मिशन मोड में आई टीएमसी की बिहार में भी एंट्री होगी। पार्टी सूत्रों का दावा है कि टीएमसी के लिए त्रिपुरा और गोवा से कहीं अधिक प्राथमिकता में बिहार है। पश्चिम बंगाल से सटा होने के कारण ममता बनर्जी का पूरा फोकस अब यहां होगा। टीएसमी के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर बिहार में पहले से उनके लिए मौजूद हैं जो बिहार में वहां काम कर चुके हैं और स्थापित नाम हैं।

सूत्रों के अनुसार, प्रशांत किशोर का चेहरा होंगे। प्रशांत किशोर अब बिहार में पार्टी के लिए पूरा फोकस कर सकते हैं। वह बिहार में 2015 में विधानसभा चुनाव में मुख्य रणनीतिकार की भूमिका निभा चुके हैं। बाद में वह जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बने थे। लेकिन, बाद में वह नीतीश कुमार से अलग हो गए।

पीके हो सकते हैं पार्टी का चेहरा
पार्टी उन्हें 2025 विधानसभा के लिए अभी से चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट कर सकती है। पार्टी का दावा है कि दो महीने में कई नेता बिहार में शामिल होंगे जो अलग-अलग दल के होंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, तमाम दलों के एक दर्जन से अधिक नेता संपर्क में हैं।

टीएमसी सूत्रों के मुताबिक, बिहार और पश्चिम बंगाल दोनों राज्य मिलाकर 80 से अधिक लोकसभा सीट होती हैं। इन सीटों पर ममता बनर्जी का सबसे अधिक फोकस होगा। क्या आरजेडी या चिराग जैसे दलों के साथ टीएमसी गठबंधन कर सकती है, पार्टी सूत्रों के अनुसार अभी इस बारे में कुछ भी कहना बेहद जल्दबाजी होगी। अभी खुद के पैर पर खड़ा होना पहली प्राथमिकता है।

इस साल मई में पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद गोवा, त्रिपुरा और असम जैसे राज्यों में टीएमसी ने बड़े पैमाने पर दूसरे दलों के नेताओं को अपने पाले में किया। इससे टीएमसी का कांग्रेस से रिश्ता भी प्रभावित हुआ। अगले साल की शुरुआत में टीएमसी पहली बार गोवा विधानसभा चुनाव में उतरेगी।

आजाद, तंवर, वर्मा भी टीएमसी में शामिलवहीं, मंगलवार को बिहार के दरभंगा से 2014 में चुनाव जीतने के बाद बीजेपी के सांसद रहे कीर्ति आजाद मंगलवार को ममता बनर्जी के सामने टीएमसी में शामिल हुए। 2019 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे और झारखंड के धनबाद से चुनाव लड़े थे जिसमें हार गए थे। उनके अलावा हरियाणा कांग्रेस के पूर्व नेता अशोक तंवर भी टीएमसी में शामिल हो गए। कभी राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले नेता अशोक तंवर हरियाणा में दलित चेहरा माने जाते हैं।

वहीं, जेडीयू के पूर्व नेता और नीतीश कुमार के सलाहकार रहे पवन वर्मा भी टीएमसी में शामिल हुए। ममता बनर्जी चार दिनों के दिल्ली दौरे पर हैं। मंगलवार को ही ममता बनर्जी की मुलाकात जावेद अख्तर से भी हुई। बुधवार को ममता बनर्जी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात होनी है। अभी तक ममता बनर्जी की सोनिया गांधी या किसी कांग्रेस के नेता से मुलाकात का तय कार्यक्रम नहीं है।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

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