रेल बजट खत्म होने के बाद चलीं कितनी नई ट्रेनें? आरटीआई में हुआ खुलासा
रेलवे ने पिछले पांच सालों में देशभर में करीब 800 नई रेलगाड़ियां चलाई हैं। यह खुलासा सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मिले जवाब में हुआ है। केंद्र की मोदी सरकार ने वर्ष 2016 में ही रेल बजट को आम बजट के साथ मिला दिया था। इस कारण रेल बजट में नई रेलगाड़ियों की घोषणा की परंपरा भी खत्म हो गई थी।
मध्य प्रदेश के रहने वाले चंद्रशेखर गौड़ के आरटीआई आवेदन पर रेलवे बोर्ड के दिए जवाब के मुताबिक वर्ष 2020-21 में कोविड-19 महामारी के चलते कोई नयी रेलगाड़ी नहीं चलाई क्योंकि इसकी वजह से सामान्य सेवाओं को भी स्थगित करना पड़ा था। रेलवे बोर्ड के जवाब के अनुसार रेलवे ने वित्तवर्ष 2020-21 में कोई नयी ट्रेन नहीं चलाई। लेकिन वर्ष 2019-20 में 144, वर्ष 2018-19 में 266, वर्ष 2017-18 में 170 और वर्ष 2016-17 में 223 नयी रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू किया।
तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने वर्ष 2015-16 का रेल बजट पेश करते हुए एक भी नयी रेलगाड़ी शुरू करने या मौजूदा रेलगाड़ियों की सेवा का विस्तार करने की घोषणा नहीं की थी। हालांकि, उनके पूर्ववर्ती डीवी सदानंद गौड़ा ने वर्ष 2014-2015 का रेल बजट पेश करते हुए पांच जन साधारण, पांच प्रीमियम और छह वातानुकूलित रेलगाड़ी, 27 नयी एक्सप्रेस रेलगाड़ी, आठ सवारी गाड़ी, पांच डेमू और छह मेमू चलाने की घोषणा की थी।
पारंपरिक रूप से रेल बजट का इसलिए इंतजार किया जाता था क्योंकि उसमें नई रेलगाड़ियों की घोषणा की जाती थी, खासतौर पर उन राज्यों द्वारा जहां पर केंद्र शासित पार्टी की सरकार होती थी। रेलवे अधिकारी ने बताया, ‘नई रेलगाड़ियों की घोषणा अकसर राजनीतिक कारणों से की जाती थी। अब चीजों को तार्किक किया है और नयी रेलगाड़ियों की तब घोषणा की जाती है जब उनकी जरूरत होती है।’
गौरतलब है कि वर्ष 2011-12 के रेल बजट में तत्कालीन रेलमंत्री ममता बनर्जी ने 56 नई रेलगाड़ियों की घोषणा की थी और वर्ष2012-13 के बजट में 72 नयी रेलगाड़ियों का ऐलान किया गया था। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अगस्त 2023 तक आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर रेलवे 75 नयी वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत करेगा।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स