योगी कैबिनेट में शामिल हुए 7 नए चेहरे, जानिए नए मंत्रियों के बारे में हर जानकारी
योगी सरकार ने आज कैबिनेट का विस्तार किया है। जिसमें 7 नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। इन सातों नेताओं में जतिन प्रसाद का नाम भी शामिल है। जतिन कांग्रेस के पुराने और कद्दावर नेता रहे हैं और कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं। योगी सरकार में उनको भी मंत्री पद दिया गया है।
रविवार का दिन भले ही छुट्टी का दिन होता है मगर राजनीतिक लिहाज से आज का दिन काफी महत्वपूर्ण रहा। यूपी से लेकर पंजाब तक सियासी खबरें सुर्खियों में रहीं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक ही आ गए हैं मगर उससे पहले यूपी सरकार ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया है। चुनावी गणित को साधते हुए हर वर्ग को खुश करने के लिए योगी सरकार ने ट्रंप चाल चली है।
योगी सरकार ने आज कैबिनेट का विस्तार किया है। जिसमें 7 नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। इन सातों नेताओं में जतिन प्रसाद का नाम भी शामिल है। जतिन कांग्रेस के पुराने और कद्दावर नेता रहे हैं और कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं। योगी सरकार में उनको भी मंत्री पद दिया गया है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता, RSS के प्रचारक रह चुके
छत्रपाल सिंह गंगवार बरेली जिले की बहेड़ी विधानसभा सीट से विधायक हैं। 2017 में दूसरी बार विधायक चुने गए थे। ओबीसी हैं और कुर्मी समाज से आते हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं और करीब 65 साल के हैं। 1980 से RSS में हैं, RSS के प्रचारक रह चुके हैं।
बीजेपी के पुराने नेताओं में शुमार
धर्मवीर प्रजापति विधान परिषद के सदस्य हैं। जनवरी 2021 में विधान परिषद सदस्य बने। ये पश्चिमी यूपी से हैं और ओबीसी समाज से आते हैं। वर्तमान में माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष हैं। प्रदेश बीजेपी में कई अहम पदों पर रह चुके हैं।
दिनेश खटीक बने मंत्री, इनके पिता भी रह चुके हैं संघ के कार्यकर्ता
राजनीतिक लिहाज से पश्चिमी उत्तर प्रदेश हमेशा से खास रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मेरठ की हस्तिनापुर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक दिनेश खटीक को उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया गया है। दिनेश खटीक मवाना थाना क्षेत्र के कस्बा फलावदा के रहने वाले हैं। इन्होंने सन 2017 में पहली बार भाजपा की ओर से हस्तिनापुर विधानसभा से चुनाव लड़ा था। दिनेश खटीक शुरू से ही भाजपा में रहे हैं और संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। इनके पिता भी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं।
कांग्रेस के कद्दावर नेता, भाजपा में आते ही मंत्री पद
जितिन प्रसाद की बात करें तो वे हाल ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी आए हैं। यूपी में ब्राह्मण समाज के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और यूपी कांग्रेस के बड़े नेता हैं। इससे पहले दो बार सांसद रहें, यूपीए एक और दो में केंद्र सरकार में राज्यमंत्री रहें हैं। 2004 में शाहजहांपुर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बनें। 2008 में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री बनाए गए। 2009 में परिसीमन के बाद धौरहरा से लड़े और दूसरी बार सांसद बने।
सादा जीवन जीते हैं पलटू राम, राजनीति के साथ-साथ खेती भी
पलटू राम का नाम भले ही मंत्री पद की शपथ लेने के बाद सामने आया लेकिन वो चर्चा में पहले से ही हैं। पलटू राम बलरामपुर से सदर विधायक हैं। बीजेपी के टिकट पर वे पहली बार ही विधायक बने थे। विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट विस्तार में उनको भी शामिल किया गया है। विधायक पलटू राम मूल रूप से गोंडा जिला अंतर्गत परेड सरकार गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में गोंडा जिला मुख्यालय में इनका आवास है। वे सोनकर (खटिक) बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं। सादा जीवन इनकी पहचान है और ये राजनीति के साथ-साथ खेती किसानी भी करते हैं।
गाजीपुर सदर सीट से विधायक हैं संगीता बलवंत
संगीता बलवन्त बिंद की बात करें तो गाजीपुर जिले की सदर सीट से विधायक हैं। पिछड़ी जाति बिंद समाज से आती हैं। पहली बार विधायक चुनी गई हैं। छात्र राजनीति और पंचायत की राजनीति से सक्रिय राजनीति में आईं. संगीता युवा नेता हैं और करीब 42 साल की हैं।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स