'RSS के पास दिमाग जीरो, पर मुस्लिमों से नफरत 100 परसेंट' ओवैसी का सीधा अटैक

'RSS के पास दिमाग जीरो, पर मुस्लिमों से नफरत 100 परसेंट' ओवैसी का सीधा अटैक
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

हैदराबाद राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के अध्‍यक्ष मोहन भागवत ने दो दिन पहले देश में बढ़ती मुस्लिम आबादी पर अपनी चिंता जताई थी। उन्‍होंने कहा था कि भारत को पाकिस्‍तान बनाने की कोशिशों के तहत वर्ष 1930 से मुस्लिम आबादी को बढ़ाने का संगठित प्रयास किया गया। भागवत के इस बयान पर अब एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तगड़ा पलटवार किया है। उनका कहना है कि आरएसएस के पास जीरो दिमाग है और मुसलमानों से नफरत 100 परसेंट है।

ओवैसी ने शुक्रवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर लगातार दो ट्वीट कर मोहन भागवत पर तीखा प्रहार किया है। पहले ट्वीट में उन्‍होंने लिखा है- ‘आरएसएस के भागवत का कहना है कि 1930 से मुस्लिम आबादी बढ़ाने के लिए संगठित प्रयास किया जा रहा है। अगर हमारा डीएनए एक ही है तो हम गिनती क्यों कर रहे हैं ? भारतीय मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि दर में 1950 से 2011 के बीच सबसे तेज गिरावट देखी गई है। संघ के पास जीरो ब्रेन है, 100% मुसलमानों से नफरत है।’

‘आधुनिक भारत में हिंदुत्‍व का स्‍थान नहीं होना चाहिए’
ओवैसी यहीं नहीं रुके। दूसरे ट्वीट में उन्‍होंने लिखा है- ‘मुस्लिमों से नफरत करने की आरएसएस की आदत रही है। ऐसा कर वह समाज में जहर घोल रहा है। इस महीने की शुरुआत में मोहन भागवत ने कहा था कि हम सब एक हैं। इस बयान ने उनके समर्थकों को बहुत परेशान किया होगा। इसलिए उन्हें फिर मुसलमानों को नीचा दिखाने और झूठ बोलने की ओर लौटना पड़ा। आधुनिक भारत में हिंदुत्व का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।’

जानिए, क्‍या कहा था भागवत ने
गौरतलब है कि गत बुधवार को मोहन भागवत असम में थे। यहां एक कार्यक्रम में भागवत ने एनआरसी और सीएए पर लिखी एक पुस्‍तक का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्‍होंने कहा था कि भारत को पाकिस्‍तान बनाने और अपना प्रभुत्‍व स्‍थापित करने के उद्देश्‍य से 1930 से मुस्लिम आबादी को बढ़ाने का एक संगठित प्रयास किया गया। इसकी योजना पंजाब, सिंध, असम और बंगाल के लिए बनाई गई थी और यह कुछ हद तक सफल भी हुई।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.