DRDO ने कोरोना ड्रग ‘2-DG’ को लेकर जारी की गाइडलाइंस, आपके लिए जानना जरूरी
पहली खेप 17 मई को जारीभारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने मई की शुरुआत में कोरोना वायरस के मध्यम और गंभीर मरीजों पर आपात स्थिति में इस्तेमाल करने के लिए ‘2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज’ दवाई को मंजूरी दे दी थी। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित इस दवाई की पहली खेप 17 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने जारी की थी।
दवा लेने की गाइडलाइंससंगठन ने कहा कि अनियंत्रित मधुमेह, दिल की गंभीर समस्या, ‘सीवियर रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम’, जिगर और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित मरीजों पर अबतक ‘2डीजी’ का अध्ययन नहीं किया गया है, इसलिए सतर्कता बरतनी चाहिए। डीआरडीओ के मुताबिक, ‘2डीजी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं तथा 18 साल से कम उम्र के लोगों को नहीं देनी चाहिए।’
कैसे मिलेगी दवा मरीजों या उनके तीमारदारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने अस्पतालों से दवा की आपूर्ति के लिए डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज (डीआरएल) से संपर्क करने का अनुरोध करें। इस दवाई को डीआरडीओ की प्रमुख प्रयोगशाला नाभिकीय औषधि एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान ने डीआरएल के सहयोग से विकसित किया है। रक्षा मंत्रालय ने आठ मई को कहा था कि क्लीनिकल परीक्षण में पता चला है कि ‘2-डीजी’ अस्पताल में भर्ती मरीजों को तेजी से ठीक करने और ऑक्सीजन पर निर्भरता कम करने में मदद करती है।
साभार : नवभारत टाइम्स