UPSC में टॉप, बेदाग छवि…कौन हैं अलपन बंदोपाध्याय? जिनके लिए केंद्र से भिड़ गईं ममता

UPSC में टॉप, बेदाग छवि…कौन हैं अलपन बंदोपाध्याय? जिनके लिए केंद्र से भिड़ गईं ममता
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कोलकाता
अलपन बंदोपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay), बीते कुछ दिनों से यह नाम राजनीतिक हलकों में जोर-शोर से लिया जा रहा है। अब जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने अलपन बंदोपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay News) को अपना मुख्य सलाहकार बनाने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया है, ऐसे में ये जानना अहम हो जाता है कि उनका अब तक का सफर कैसा रहा है।

कोलकाता में जन्म
1961 में कोलकाता में पैदा हुए अलपन बंदोपाध्याय ने स्कूली शिक्षा नरेंद्रपुर रामकृष्ण मिशन से ली। उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया और फिर कलकत्ता यूनिवर्सिटी से पीजी कंप्लीट किया। यहीं उनकी मुलाकात सोनाली चक्रबर्ती से हुई, जिनसे आगे चलकर उनकी शादी हुई।

1987 में बंगाल से आईएएस परीक्षा में टॉप
मास्टर्स की डिग्री लेने के बाद अलपन बंदोपाध्याय ने पत्रकारिता में करियर की शुरुआत की। साल 1987 में बंगाल से आईएएस परीक्षा में टॉप किया। इसके बाद उनका शानदार करियर रहा। उस समय पश्चिम बंगाल की कमान ज्योति बसु के हाथों में थी। बताया जाता है कि बंदोपाध्याय भले ही ममता के करीबी माने जाते हैं, लेकिन दूसरी पार्टी के नेता भी उनका उतना ही सम्मान करते हैं।

कौन हैं अलपन बंधोपाध्याय की पत्नी?
पर्सनल लाइफ की बात करें तो अलपन ने प्रसिद्ध कवि स्वर्गीय निरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती की पुत्री सोनाली चक्रवर्ती से विवाह किया। शिक्षा के क्षेत्र में अलपन बंदोपाध्याय की पत्नी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। सोनाली अब कोलकाता यूनिवर्सिटी की वीसी (वाइस चांसलर) हैं। पश्चिम बंगाल में कोरोना के पहले रिपोर्ट किए गए मामले के संपर्क में आने पर उन्हें और उनकी पत्नी को क्वारंटीन कर दिया गया था।

कई विभागों में काम करने का है अनुभव
अलपन पश्चिम बंगाल से आईएएस बैच-1987 के अधिकारी थे। वह पहले हावड़ा, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों के जिला मजिस्ट्रेट थे। उन्होंने कोलकाता नगर आयुक्त के रूप में भी काम किया था। उन्होंने कई विभागों – परिवहन, लघु और मध्यम उद्यम (MSME), वाणिज्य और उद्योग, सूचना और संस्कृति, और गृह – प्रमुख सचिव के रूप में भी नेतृत्व किया है। आईएएस अधिकारी ने 2015 में अंतरिम राज्य चुनाव आयुक्त के रूप में भी काम किया। उन्होंने 2017 में ‘अमलर सोम’ नाम की एक किताब लिखी।

ममता बनर्जी ने बनाया अपना विशेष सलाहकार
पश्चिम बंगाल काडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी बंदोपाध्याय 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद 31 मई को रिटायर होने वाले थे। हालांकि, केंद्र से मंजूरी के बाद उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दिया गया था। सेवा विस्तार दिए जाने के सिर्फ चार दिन बाद ही केंद्र सरकार ने उनकी सेवाएं मांगी। ममता सरकार से कहा गया कि अपने मुख्‍य सचिव को तुरंत कार्यमुक्त करे। तृणमूल कांग्रेस सरकार ने इस कदम को जबरन प्रतिनियुक्ति करार दिया। हालांकि, मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने सोमवार को रिटायरमेंट ले लिया है, और अब ममता बनर्जी ने उन्हें अपना विशेष सलाहकार नियुक्त किया है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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