कांग्रेस में आजाद को मनाने की कवायद? दी गई अहम जिम्मेदारी
कांग्रेस ने कोरोना महामारी के दौरान पार्टी की ओर से चलाए जा रहे राहत कार्यों में तालमेल के लिए वरिष्ठ नेता के नेतृत्व में मंगलवार को 13 सदस्यीय ‘कोविड-19 रिलीफ टास्क फोर्स’ का गठन किया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह कार्यबल गठित किया है। खास बात यह है कि आजाद कांग्रेस के ‘असंतुष्ट’ कहे जाने वाले समूह जी-23 के प्रमुख नेता हैं।
टास्क फोर्स में युवक कांग्रेस के श्रीनिवास बी. वी भी
इस कार्यबल में आजाद के अलावा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, मनीष चतरथ और भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी शामिल हैं। इनके साथ ही कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा, अजय कुमार और पार्टी नेता गुरदीप सिंह सप्पल को इस कार्यबल में जगह दी गई है।
आजाद के ‘असंतोष’ को दूर करने की कोशिश?
गुलाम नबी आजाद को पार्टी के इस महत्वपूर्ण टास्क फोर्स का प्रमुख बनाए जाने का इस मायने में खासा महत्व है क्योंकि वह कांग्रेस के उस ‘जी 23’ समूह का प्रमुख चेहरा हैं जो पार्टी में संगठनात्मक चुनाव और जिम्मेदारी के साथ जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग पिछले कई महीनों से कर रहा है।
कांग्रेस ने कोरोना संकट में लोगों की मदद के लिए अपने राष्ट्रीय कार्यालय और प्रदेश इकाइयों के कार्यालयों में भी कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। पार्टी की युवा इकाई भारतीय युवा कांग्रेस भी सोशल मीडिया और फोन के माध्यमों से लोगों की मदद कर रही है।
साभार : नवभारत टाइम्स