नेवी के ऑपरेशन समुद्रसेतु-II ने पकड़ी रफ्तार, बहरीन से ऑक्सिजन लेकर कर्नाटक पहुंचा पहला युद्धपोत
कोरोना काल में देश में ऑक्सिजन की भारी किल्लत को दूर करने के लिए भारतीय नौसेना ने मोर्चा संभाल लिया है। बुधवार को भारतीय नौसेना का एक पोत बहरीन से 54 टन ऑक्सीजन लेकर कर्नाटक पहुंचा। भारतीय नौसेना ने मित्र देशों से ऑक्सिजन और संबंधित चिकित्सा आपूर्ति लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु-II शुरू किया है। एक रक्षा अधिकारी ने बयान में बताया कि INS-तलवार बुधवार दोपहर 54 टन ऑक्सिजन लेकर न्यू मंगलूरू बंदरगाह पहुंचा।
बयान में उप नौसेना प्रमुख वाई एडमिरल एमएस पवार के हवाले से कहा गया है, ‘नौ युद्ध पोतों को क्षेत्र में विभिन्न बंदरगाहों पर भेजा गया है जिसमें पश्चिम में कुवैत और पूर्व में सिंगापुर शामिल है।’बयान में कहा गया है कि इसके अलावा आईएसएन ऐरावत सिंगापुर से और आईएनएस कोलकाता कुवैत से तरल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन से भरे सिलेंडर, क्रायोजेनिक टैंक और अन्य चिकित्सा आपूर्ति लेकर भारत लौट रहे हैं।
रक्षा अधिकारी के मुताबिक, तीन और युद्ध पोत कुवैत और दोहा (कतर) से और आपूर्ति हासिल करेंगे। वाइस एडमिरल ने कहा, ‘भारतीय नौसेना ने पिछले साल आईओआर (हिंद महासागर रिम एसोसिएशन) देशों से हमारे परेशान नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु शुरू किया था, उसी तरह मैं देशवासियों को आश्वस्त कर दूं कि नौसेना राहत लाने के लिए अपनी कोशिशों को जारी रखेगी और साथ मिलकर इस चुनौती से निपटेंगे।’
इसके अलावा भारतीय वायुसेना के विमानों ने भी ऑक्सिजन सिलेंडरों और अन्य चिकित्सा जरूरतों के लिए देश-दुनिया में फेरी लगाना शुरू कर दिया है। सी-17 ग्लोबमास्टर-III और आईएल-76 जैसे भारी मालवाहक एयरक्राफ्टों के खाली क्रायोजेनिक सिलिंडरों का इस्तेमाल इस कार्रवाई में किया जा रहा है। बुधवार को एक IL-76 विमान सिंगापुर से दिल्ली के लिए 352 खाली ऑक्सीजन सिलेंडर को एयरलिफ्ट करने के लिए भेजा गया था, जबकि एक C-17 ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से चार क्रायोजेनिक कंटेनरों को पश्चिम बंगाल में पनागर ले जा रहा था।
साभार : नवभारत टाइम्स