कैसे जीतेंगे कोरोना के खिलाफ जंग? भारत के पास सिर्फ 5.5 दिनों का वैक्सीन स्टॉक में

कैसे जीतेंगे कोरोना के खिलाफ जंग? भारत के पास सिर्फ 5.5 दिनों का वैक्सीन स्टॉक में
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नई दिल्ली
देश में कोरोना वायरस का प्रकोप हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है। कोरोना से जंग जीतने के लिए वैक्सीनेशन का काम बहुत तेजी से चल रहा है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले डेटा की तुलना करने पर यह बात सामने आई है कि देश में जिस स्पीड से वैक्सीनेशन हो रहा है उसके मुताबिक सिर्फ 5.5 दिनों के लिए वैक्सीन बची है। एक और हफ्ते की अतिरिक्त सप्लाई के लिए वैक्सीन पाइपलाइन में हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह चिंता बढ़ाने वाली खबर है।

कुछ राज्यों में तो दो दिन से भी कम का स्टॉक
आंध्र प्रदेश और बिहार की बात करें तो यहां का मौजूदा वैक्सीन स्टॉक दो दिन से भी कम है। वहीं, ओडिशा जैसे राज्यों के पास बड़ी मुश्किल से 4 दिनों का स्टॉक है। स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले इस डेटा का विश्लेषण गुरुवार को दोपहर 12.30 बजे तक प्रत्येक राज्य को भेजी गई टोटल डोज, उनकी ओर से पहले इस्तेमाल किए गए डोज, जो डोज पाइपलाइन में हैं और एक अप्रैल से प्रत्येक राज्य की ओर से रोजाना किए जा रहे औसतन वैक्सीनेशन पर आधारित है। आपको बता दें कि एक अप्रैल से 45 साल या उससे ज्यादा की उम्र के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जा रही है।

5.5 दिनों के लिए ही स्टॉक में वैक्सीन
पूरे देश की बात करें तो अप्रैल में रोजाना वैक्सीनेशन की दर करीब 3.6 मिलियन डोज प्रतिदिन की रही है। इस हिसाब से वैक्सीन का टोटल स्टॉक 19.6 मिलियन अगले 5.5 दिनों तक ही चल पाएगा। इसके अलावा वैक्सीन की 24.5 मिलियन डोज पाइपलाइन में हैं जो अन्य एक हफ्ते के लिए पर्याप्त होगी, लेकिन अगर वैक्सीनेशन की स्पीड को एक स्टेप भी आगे बढ़ाया गया तो मौजूदा और आने वाला स्टॉक दोनों समाप्त हो जाएगा।

आंध्र प्रदेश और बिहार के पास दो दिन का भी स्टॉक नहीं
आंध्र प्रदेश के पास वैक्सीन के महज 1.4 लाख डोज हैं जो एक दिन से थोड़ा ज्यादा चलेंगे क्योंकि यहां एक अप्रैल से वैक्सीनेशन की 1.1 लाख डोज रोजाना की है। बाकी उस पर निर्भर करता है कि राज्य के लिए जो 14.6 लाख डोज पाइपलाइन में हैं, वह कितनी जल्दी पहुंचती है। बिहार की भी कमोबेश यही स्थिति है। वहां रोजाना औसतन 1.7 लाख डोज की खपत है जबकि उसके पास महज 2.6 लाख डोज बचे हैं। ऐसे में बिहार में भी वैक्सीनेशन पूरे दो दिन भी नहीं चल पाएगा।

इन राज्यों में 4 दिन से भी कम का स्टॉक
बीते सप्ताह महाराष्ट्र में सबसे तेजी से कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गई। यहां रोजाना औसतन 3.9 लाख डोज की खपत है। ऐसे में राज्य के पास जो 15 लाख डोज स्टॉक में है वह 4 दिन के लिए भी पर्याप्त नहीं है। उत्तर प्रदेश (2.5 दिन), उत्तराखंड (2.9 दिन), ओडिशा (3.2 दिन) और मध्य प्रदेश (3.5 दिन) उन राज्यों में शामिल हैं जहां 4 दिन से भी कम का स्टॉक बचा है।

महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान को सबसे ज्यादा डोज मिली
इस डेटा से पता चलता है कि कुछ राज्य वैक्सीन की कमी से बुरी तरह जूझ रहे हैं। यह विश्लेषण बीते सप्ताह रोजाना होने वाले औसतन वैक्सीनेशन पर आधारित है। जिन राज्यों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है वो वैक्सीनेशन की स्पीड को और तेज करना चाहते होंगे। ऐसे में आंकड़ें थोड़ा और बदल जाएंगे। जैसे महाराष्ट्र में 2 अप्रैल को वैक्सीन के 5.1 लाख डोज की खपत हुई थी। अगर इस स्पीड पर वैक्सीनेशन चले तो महाराष्ट्र के पास तीन दिन से भी कम का स्टॉक है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान को अबतक कोरोना वैक्सीन की सबसे ज्यादा डोज मिली है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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