राहुल गांधी की साख दांव पर, वायनाड की सभी सात सीटें जीतना बना प्रतिष्ठा का सवाल

राहुल गांधी की साख दांव पर, वायनाड की सभी सात सीटें जीतना बना प्रतिष्ठा का सवाल
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तिरुवनंतपुरमकांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष () के लिए अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड के तहत आने वाले सभी सात विधानसभा क्षेत्रों () में जीत सुनिश्चित करना एक प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गया है। अपना नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हां, वह कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं और वह यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि एक भी सीट वामपंथियों के पास न जाए, क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने इन्हीं 7 विधानसभा सीटों को मिलाकर 4.31 लाख वोटों के साथ जीत हासिल की थी।’

सात विधानसभा क्षेत्र तीन जिलों में फैले हुए हैं। इनमें वायनाड (कलपेट्टा, मनथावड़ी और सुल्तान बैटरी), मलप्पुरम (वांडूर, निलांबुर और एरनाडु) और कोझीकोड (थिरुवमबड़ी) शामिल हैं। 140 सदस्यीय केरल विधानसभा के चुनाव 6 अप्रैल को होने हैं। 2016 के विधानसभा चुनावों में यहां की चार सीटें वामपंथी और तीन कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के पास गई थीं।

कांग्रेस ने घोषणापत्र में किए ये वादे
कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ ने राज्य में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणपत्र ‘पीपुल्स मेनिफेस्टो’ जारी किया है। घोषणा-पत्र में सभी सफेद कार्ड धारकों को पांच किलो मुफ्त चावल देने और गरीबों के लिए पांच लाख मकान बनाने का वादा किया गया है। यूडीएफ ने सबरीमला के भगवान अयप्पा मंदिर की परंपराओं की रक्षा के लिए एक विशेष कानून बनाने और राजस्थान की तर्ज पर शांति और सौहार्द विभाग बनाने का भी जनता से वादा किया है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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