Farmers Protest: लाल किले में उपद्रव, पुलिस ने राजद्रोह का मामला किया दर्ज
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में राजद्रोह का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए(राजद्रोह) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना के खिलाफ दर्ज केसइससे पहले दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में अभिनेता दीप सिद्धू और ‘गैंगस्टर’ से सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना के नाम भी शामिल किए हैं। केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर मंगलवार को किसान यूनियनों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी और इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर अराजकता की स्थिति पैदा हो गई।
27 जनवरी से 31 जनवरी तक लाल किला बंदप्रदर्शनकारियों ने अवरोधकों को तोड़ दिया, पुलिस के साथ झड़प की, वाहनों को पलट दिया और लाल किले पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की ओर से जारी आदेश के मुताबिक लाल किला 27 जनवरी से 31 जनवरी तक आगंतुकों के लिए बंद रहेगा।
हिंसा का असर आंदोलन परगणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा का असर किसानों के आंदोलन पर दिख रहा है। दिल्ली और हरियाणा के बीच, सिंघु बॉर्डर पर कुछ लोग इकट्ठा हुए हैं जो खुद को आसपास के गांवों में रहने वाला बता रहे हैं। उनकी मांग है कि प्रदर्शनकारी किसान अब सिंघु बॉर्डर खाली कर दें। उनका कहना है कि वे लाल किले पर हुई हिंसक घटना से बेहद आहत हैं। एक ने कहा कि ”हम तिरंगे का अपमान नहीं सहेंगे। काफी वक्त हो गया, अब सिंघु बॉर्डर खाली होना चाहिए, हमें इस दौरान बहुत दिक्कत हुई है।” सिंघु बॉर्डर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है और वह सड़क के एक हिस्से पर बैरिकेड्स लगाना चाह रही है जिसका प्रदर्शनकरी विरोध कर रहे हैं।
साभार : नवभारत टाइम्स