कोरोना काल में भी जज्बे में कोई कमी नहीं, देखिए गणतंत्र दिवस की यादगार तस्वीरें
समूचा देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारत के हर हिस्से में आज विशेष समारोह आयोजित किए गए हैं। कोविड-19 के चलते इस बार समारोहों का रूप थोड़ा बदला हुआ है मगर जोश में कोई कमी नहीं है। मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली में राजपथ पर होता है। यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परेड की सलामी ली। इस बार परेड हर साल की तरह विजय चौक से शुरू हुई लेकिन लाल किला के बजाय इंडिया गेट के पास नेशनल स्टेडियम में खत्म हुई। केवल झांकियां ही लाल किले तक गईं। आइए देखते हैं इस साल के गणतंत्र दिवस की कुछ खूबसूरत और यादगार तस्वीरें।
Republic Day 2021 Images, Videos: 72वें गणतंत्र दिवस समारोह की कुछ बेहद खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं। इनसे देश की बढ़ती हुई सैन्य शक्ति, बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक तथा आर्थिक प्रगति का पता चलता है।
समूचा देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारत के हर हिस्से में आज विशेष समारोह आयोजित किए गए हैं। कोविड-19 के चलते इस बार समारोहों का रूप थोड़ा बदला हुआ है मगर जोश में कोई कमी नहीं है। मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली में राजपथ पर होता है। यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परेड की सलामी ली। इस बार परेड हर साल की तरह विजय चौक से शुरू हुई लेकिन लाल किला के बजाय इंडिया गेट के पास नेशनल स्टेडियम में खत्म हुई। केवल झांकियां ही लाल किले तक गईं। आइए देखते हैं इस साल के गणतंत्र दिवस की कुछ खूबसूरत और यादगार तस्वीरें।
…जब राजपथ पर लहराया तिरंगा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य गणमान्य हस्तियों की मौजूदगी में राष्ट्रध्वज फहराया गया। इस अवसर पर सभी ने तिरंगे को सलामी दी।
…और शुरू हो गई गणतंत्र दिवस परेड
ध्वजारोहण के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके बाद परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा की अगुवाई में गणतंत्र दिवस परेड निकलनी शुरू हुई।
परेड में दिखा महिला अधिकारियों का दमखम
देश की पहली तीन महिला फाइटर पायलट्स में से एक, फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हैं। इसके अलावा 140 एयर डिफेंस रेजिमेंट (सेल्फ प्रॉपेल्ड) की कैप्टन प्रीति चौधरी भी परेड का हिस्सा बनीं। वह सेना की तरफ से परेड में शामिल इकलौती महिला दल कमांडर हैं।
बांग्लादेश आर्मी ने भी किया राजपथ पर मार्च
राजपथ पर परेड में बांग्लादेश सेना के मार्चिंग दल और बैंड ने भी हिस्सा लिया। इस दल का नेतृत्व ले. कर्नल अबू मोहम्मद शाहनूर ने किया। 122 सदस्यीय यह दल पहली बार परेड में शामिल हुआ है।
दुनिया ने देखीं हमारी घातक मिसाइलें
ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम के मोबाइल ऑटोनॉमस लॉन्चर का नेतृत्व कैप्टन कमरुल जमां ने किया। इस मिसाइल की अधिकतम रेंज 400 किलोमीटर है। साथ ही पिनाका मल्टी लॉन्चर रॉकेट सिस्टम का भी प्रदर्शन किया गया। 841 रॉकेट रेजिमेंट (पिनाका) का नेतृत्व कैप्टन विभोर गुलाटी ने किया। यह दुनिया के सबसे ऐडवांस्ड रॉकेट सिस्टम्स में से एक है।
गूुंज उठी नौसेना की स्वर लहरियां
गढ़वाल राइफल्स के दल का नेतृत्व 17वीं बटालियन के कैप्टन राजपूत सौरभ ने किया। नेवल ब्रास बैंड की कमान मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर (म्यूजिशियन) सुमेश रंजन के हाथ में थी।
परेड में नेवी से लेकर ब्लैक कैट कमांडोज तक शामिल
राजपथ पर नौसेना की झांकी की थीम ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ रही। इसमें 1971 के युद्ध में नौसेना के प्रमख लड़ाके, आईएनएस विक्रांत को फ्लाइंग ऑपरेशंस करते दिखाया गया। इसके अलाव बीएसएफ का ऊंट दल भी परेड में शामिल हुआ। NSG के कमांडोज ने भी राजपथ पर मार्च किया।
राजपथ पर पहली बार लद्दाख की झांकी
केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद, लद्दाख को पहली बार मौका मिला राजपथ पर अपनी झांकी दिखाने का। यह किसी केंद्रशासित प्रदेश की पहली झांकी रही।
साभार : नवभारत टाइम्स