ट्रैक्टर रैली को लेकर गतिरोध बढ़ा, दिल्ली पुलिस ने कहा- राजधानी से बाहर निकालिए मार्च
ट्रैक्टर मार्च के लिए अड़े किसानराजेवाल ने कहा, ‘26 जनवरी को आउटर रिंग रोड पर पहले से निर्धारित योजना के अनुसार ट्रैक्टर मार्च होगा। हमने पुलिस को सूचित किया है कि यह सुनिश्चित करना सरकार का काम है कि यह शांतिपूर्ण रहे।’ किसान यूनियनों ने शुक्रवार को सरकार से कहा कि वे चाहते हैं कि तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को पूरी तरह से रद्द किया जाये। केन्द्र सरकार ने हालांकि किसान नेताओं से 12-18 महीनों तक इन कानूनों के क्रियान्वयन को स्थगित रखने संबंधी उसके प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने के लिए कहा।
रविवार को देंगे जवाबकिसानों की तरफ से ट्रैक्टर मार्च पर हुई दिल्ली पुलिस के साथ वार्ता को लेकर एक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया है कि, ‘पुलिस अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में पुलिस द्वारा एक रोडमैप किसान नेताओं के सामने रखा गया है, जिस पर किसान विचार करेंगे और रविवार को जवाब देने की बात कही गई है।’
दिल्ली पुलिस ने दिया ये प्रस्तावदरअसल दिल्ली पुलिस द्वारा किसानों को दिल्ली के बाहर रैली करने का प्रस्ताव रखा गया है, लेकिन किसान संगठनों द्वारा साफ किया गया है कि ये ट्रैक्टर मार्च दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर ही होगा। वहीं इस मार्च को लेकर अब तक किसान संगठन अपनी मांग पर कायम हैं। दूसरी ओर सरकार ने 18 महीनों तक इन कानूनों पर रोक लगाने के प्रस्ताव किसानों के सामने रखा है, जिसपर सरकार आज बैठक में अडिग रही, वहीं किसान कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े रहे।
देशभर से आ रहे हैं किसान हालांकि गुरुवार को हुई दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों की बातचीत भी बेनतीजा रही थी। गुरुवार को पुलिस प्रशासन द्वारा किसानों को मनाने का प्रयास किया गया। वहीं कहा गया कि वे ट्रैक्टर रैली बाहरी रिंग रोड की बजाय कुंडली-मानेसर पलवल एक्सप्रेस पर निकालें। लेकिन किसान संगठन रिंग रोड पर ट्रैक्टर मार्च निकालने की बात पर कायम रहे। गणतंत्र दिवस पर होने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर देशभर से लाखों किसानों ने आना शुरू कर दिया है।
साभार : नवभारत टाइम्स