किसान आंदोलन पर सरकार की तीन चिंता और एक काउंटर

किसान आंदोलन पर सरकार की तीन चिंता और एक काउंटर
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नई दिल्ली
ठंड बढ़ने के साथ के भी तेज पकड़ने से सरकार के लिए अब इससे निबटना और कठिन होने लगा है। सूत्रों के अनुसार, बुधवार को किसान आंदोलन से निबटने के लिए केंद्र सरकार के शीर्ष मंत्रियों की मीटिंग हो सकती है। खुद पीएम मोदी ताजे हालात की समीक्षा कर सकते हैं। बुधवार को कैबिनेट की भी अहम मीटिंग होने वाली है।

सरकार के सामने ये तीन बड़ी चिंता
सरकार के सामने आंदोलन के अलावा तीन बड़ी चिंता और भी है। सुप्रीम कोर्ट में यह मामला पहुंच चुका है और वहां सुनवाई के दौरान सरकार से पूछा गया था कि क्या वह जब तक मामले का हल नहीं निकलता है तब तक क्या इन तीनों कानूनों को वापस लेने के विकल्प पर विचार कर सकती है? अगली सुनवाई में सरकार को इस प्रस्ताव पर अपना रुख बताना होगा। अगर वह ऐसा करने में खुद को असमर्थ बताती है तो फिर आंदोलन समाप्त करने का क्या विकल्प हो सकता है इस बारे में बताना होगा।

दरअसल कोर्ट ने भी आंदोलन समाप्त करने की जिम्मेदारी सरकार के पाले में डाल रखी है। दूसरी चिंता सरकार को वार्ता के लिए बीच का रास्ता निकालने को लेकर है। सरकार कानून लेने के पक्ष में नहीं है तो किसान संगठन हर हाल में कानून वापस लेने की जिद पर अड़े हैं। तीसरी चिंता आंदोलन के वक्त के साथ फैलते रहने को लेकर है। अब धीरे-धीरे दूसरे राज्यों के किसान इसमें शामिल होने लगे हैं। महाराष्ट्र से किसानों का एक जत्था दिल्ली आ जाएगा। इसके अलावा किसान नेता दूसरे राज्यों में भी किसान संगठनों से संपर्क करने लगे हैं। इसी क्रम में एक दल बिहार भी गया। सरकार को लगता है कि अगर ऐसा हो गया तो इससे आने वाले दिनों में यह और उग्र हो सकता है।


सरकार का आक्रामक काउंटर जारी रहेगा

वहीं केंद्र सरकार किसान कानून और अपनी तरफ से किसानों के हित में उठाए गए कदमों की जानकारी देने के लिए आक्रामक काउंटर जारी रखेगी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर किसानों से मुखातिब होंगे और किसान सम्मान निधि की अगली किश्त जारी रहेगी। उसी दिन पूरे देश में अलग-अगल जगहों पर किसान पंचायत भी लगाया जाएगा। सरकार अभी भी इस बात पर कायम है कि कृषि सुधार के नए कानून किसानों के पक्ष में हैं और देश के अधिकतर किसानों का समर्थन भी इसे हासिल है। इससे पहले पीएम मोदी 16 दिसंबर को किसानों को संबोधित कर चुके हैं।

साभार : नवभारत टाइम्स

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