कोविड-19 की जगह अचानक क्यों होने लगी कोविड-20 की चर्चा, समझिए

कोविड-19 की जगह अचानक क्यों होने लगी कोविड-20 की चर्चा, समझिए
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नई दिल्ली
ब्रिटेन में () पाया गया है जिसके बाद दुनिया में एक बार फिर से हड़कंप मच गया है। आनन फानन में कई देशों ने ब्रिटेन व यूरोप से आने वाले फ्लाइट्स पर पाबंदी लगा दी है। इस डर के पीछे की बड़ी वजह यह है कि कोरोना वायरस का यह नया स्ट्रेन पहले के मुकाबले ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। भारत भी इसको लेकर अलर्ट है और यूके से आने वाली सभी उड़ानों को 31 दिसंबर तक के लिए रद्द कर दिया है।

होने लगी कोविड-20 की चर्चा
ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद सोमवार को ट्विटर पर कोविड-20 ट्रेंड करने लगा। दरअसल, आज से करीब एक साल पहले 2019 में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था और फिर देखते ही देखते इसने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। दुनिया के ज्यादातर देशों में कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगाना पड़ गया था। अब जब 2020 में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आया है और ऐसी आशंका है कि कोविड-19 की तुलना में यह ज्यादा संक्रामक है तो कोविड-20 के नाम से इसकी चर्चा होने लग गई। खबर लिखे जाने तक कोविड-20 पर 68 हजार से ज्यादा ट्वीट्स किए जा चुके थे।

शेयर किए जा रहे हैं मीम्स
किसी भी दिलचस्प टॉपिक पर सोशल मीडिया पर मीम्स की बहार आ जाती है तो भला कोविड-20 को लेकर लोग क्यों पीछे रहते हैं। इधर कोविड-20 की चर्चा शुरू हुई तो ट्विटर पर इससे जुड़े मीम्स की बाढ़ सी आ गई। कुछ लोग मीम्स के जरिए हंसी मजाक कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग सतर्क होने की सलाह दे रहे हैं।

महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू लगाया गया
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन एरिया में 22 दिसंबर से 5 जनवरी तक रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगाने का फैसला लिया है। कोरोना वायरस के इस नए स्ट्रेन को देखते हुए जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि जो यात्री यूके से मंगलवार रात तक आते हैं उनका एयरपोर्ट पर ही कोरोना टेस्ट (Corona Test) किया जाए। इस नए वायरस को देखते हुए कनाडा, तुर्की, बेल्जियम, इटली और इजरायल ने यूके से आने वाली सभी उड़ानों को रोक दिया है। यूरोप से जो लोग भी महाराष्ट्र आ रहे हैं उन्हें 14 दिनों तक के लिए इंस्टिट्यूशनल क्वारंटीन (Institutional Quarantine) में भेजा जाएगा ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके।

वैज्ञानिकों का क्या कहना है
वायरस का नया स्ट्रेन- वैज्ञानिकों ने इसे नया नाम VUI-202012/01 दिया है। खुद ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आशंका जताई है कि वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत ज्यादा खतरनाक हो सकता है। हालांकि, अभी तक वैसे अभी तक वायरस की नई सीक्वेंसिंग हुई नहीं है और एक्सपर्ट इसे समझने की कोशिश ही कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो किसी भी वायरस में लगातार म्यूटेशन होता रहता है। ज्यादातर वेरिएंट खुद ही म्यूटेट होने के बाद मर जाते हैं, लेकिन कभी-कभी वायरस म्यूटेट होने के बाद पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत और खतरनाक होकर सामने आता है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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