किसानों के मुद्दे लेकर राष्ट्रपति से मिले राहुल गांधी, बोले- लोकतंत्र से छुटकारा चाहती है मोदी सरकार
कांग्रेस नेता एक बार फिर विपक्षी राजनीति के केंद्र में हैं। ट्विटर के जरिए तो वे सरकार पर हमलावर रहते ही हैं, कृषि कानूनों के विरोध में जमीन पर भी उतर आए हैं। बुधवार को वह विपक्षी नेताओं के उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बने जिसने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इस मुद्दे पर मुलाकात की। बैठक के बाद राहुल ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को बताया कि ‘यह बेहद जरूरी है कि ये किसान विरोधी कानून वापस लिए जाएं।’ विपक्षी नेताओं ने एक ज्ञापन भी राष्ट्रपति को सौंपा। विपक्ष ने कहा कि सरकार बिना पर्याप्त चर्चा के ये कानून लाई है, ऐसे में इन्हें वापस लिया जाए।
राष्ट्रपति के सामने राहुल ने क्या कहा?कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ”राष्ट्रपति के साथ मुलाकात में हमने कृषि कानूनों को रद्द किए जाने का अनुरोध किया क्योंकि ये कानून बिना चर्चा के पारित किए गए।” उन्होंने कहा, ”जिस तरह से कृषि विधेयक पारित किए गए, हमें लगता है कि यह किसानों का अपमान है इसलिए वे ठंड के मौसम में भी प्रदर्शन कर रहे हैं।” गांधी ने कहा, ”हमने राष्ट्रपति से कहा कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाना बेहद महत्वपूर्ण है।”
ट्विटर के जरिए भी राहुल ने मोदी सरकार को घेरने में कोई असर नहीं छोड़ी। नीति आयोग के सीईओ ने मंगलवार को कह दिया था कि देश में ‘कुछ ज्यादा ही लोकतंत्र’ है। राहुल ने यह बयान उठा लिया और ट्विटर पर दावा किया कि के कार्यकाल में सुधार, चोरी के जैसा है। गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीमान मोदी के कार्यकाल में सुधार, चोरी के जैसा है। इसलिए वे लोकतंत्र से छुटकारा पाना चाहते हैं।’’
राहुल के निशाने पर आए अमिताभ कांतनीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा था कि भारत में ‘कुछ ज्यादा ही लोकतंत्र है’ जिसके कारण यहां कड़े सुधारों को लागू करना कठिन होता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि देश को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिये और बड़े सुधारों की जरूरत है। स्वराज्य पत्रिका के कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेन्स के जरिये संबोधित करते हुए कांत ने कहा था कि पहली बार केंद्र ने खनन, कोयला, श्रम, कृषि समेत विभिन्न क्षेत्रों में कड़े सुधारों को आगे बढ़ाया है। अब राज्यों को सुधारों के अगले चरण को आगे बढ़ाना चाहिए।
लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं राहुलकिसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी लगातार ट्विटर के जरिए केंद्र सरकार पर हमले कर रहे हैं। आज विपक्षी दलों का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मुलाकात करने पहुंचा है। जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, द्रमुक का एक प्रतिनिधि, भाकपा महासचिव डी. राजा शामिल हैं। एक दिन पहले, ‘भारत बंद’ को लेकर अपने ट्वीट में भी राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘मोदी जी, किसानों से चोरी बंद करो। सभी देशवासी जानते हैं कि आज भारत बंद है। इसका संपूर्ण समर्थन करके हमारे अन्नदाता के संघर्ष को सफल बनाएं।’’
साभार : नवभारत टाइम्स