अहमद पटेल के निधन से खाली हुआ था कांग्रेस पार्टी का अहम पद, अब पवन कुमार बंसल को दी गई जिम्मेदारी

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नई दिल्ली
कांग्रेस (Congress) में मची अंतर्कलह के बीच पार्टी ने अहम फैसला लिया है। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल () को तत्काल प्रभाव से पार्टी का कोषाध्यक्ष नियुक्त किया है। इससे पहले इस पद में दिवंगत नेता और पूर्व सांसद अहमद पटेल (Ahmad Patel) जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अहमद पटेल कुछ हफ्तों पहले कोरोना वायरस से ग्रसित हो गए थे और 25 नवंबर को उन्होंने अंतिम सांस ली। अहमद पटले का कद का पार्टी में बहुत ऊंचा था।

बंसल को मिली अहम जिम्मेदारीपार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से बंसल को कोषाध्यक्ष पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले बंसल पार्टी प्रशासन के प्रभारी के तौर पर काम कर रहे थे। बंसल अब तक चंडीगढ़़ के पांच बार सांसद रह चुके हैं। पवन बंसल ऑल इंडिया कांग्रेस कार्यालय के प्रशासनिक विभाग के प्रभारी भी हैं। इस पद पर उनकी नियुक्ति दो माह पहले ही हुई थी। गौरतलब है कि अहमद पटेल की मौत के बाद से ही इस पद को लेकर कई नेताओं के नाम सामने आ रहे थे लेकिन अहमद पटेल के नाम पर अंतिम मुहर लग गई है।

पटेल के निधन से खाली हुआ था पदकांग्रेस के संकटमोचक और सोनिया के गांधी के सबसे भरोसमंद सहयोगी और पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का बुधवार को निधन हो गया था। वह 71 वर्ष के थे और कुछ हफ्ते पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। पटेल के पुत्र फैसल पटेल और पुत्री मुमताज सिद्दीकी ने ट्विटर पर एक बयान जारी कर बताया था कि उनके पिता ने बुधवार तड़के तीन बज कर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली। उन्होंने कहा, ‘दुख के साथ अपने पिता अहमद पटेल की दुखद और असामयिक मृत्यु की घोषणा कर रहा हूं। 25 तारीख को सुबह करीब 3.30 बजे उनका निधन हो गया।

कौन हैं पवन कुमार बंसलकांग्रेस के अंदर पवन कुमार बंसल की गिनती शांत रहने वाले नेताओं में होती है। वो गंभीर नेता माने जाते हैं। इसके साथ ही अगर कोई बात आ जाए तो वो काफी तेज और मुखर होकर अपनी बात रखते थे। पिछले काफी समय से बंसल राजनीति में काफी पीछे दिख रहे थे मगर इस जिम्मेदारी के मिलने के बाद उनका कद फिर फ्रंट लाइन में आ गया है। 72 साल के पवन कुमार बंसल 10वीं, 13वीं, 14 वीं और 15वीं लोकसभा के सदस्य रहे हैं।

भ्रष्टाचार के लगे थे आरोपपवन कुमार बंसल भी भ्रष्टाचार के आरोपों के अछूते नहीं रहे। वह यूपीए की मनमोहन सिंह सरकार में बतौर केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री, संसदीय मामलों के राज्यमंत्री, जल संसाधन मंत्रालय समेत तमाम विभागों में रहे हैं। वह केन्द्रीय रेल मंत्री भी बने थे, लेकिन उनके भतीजे विवेक सिंगला के ऊपर रिश्वत खोरी का आरोप लगने के बाद 3 मई 2013 को पद से इसस्तीफा देना पड़ा था। इसके कारण ईडी ने उनसे कई बार पूछताछ भी की है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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