भारत की 2 गलतफहमियों से बढ़ा टकराव: चीन
भारत सीमा संघर्ष के बीच चीनी मीडिया ने चेतावनी देते हुए कहा है कि एलएसी पर हाल के दिनों में बढ़ती झड़पों का कारण भारत को हुई दो गलतफहमियां हैं। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि भारत मतभेद की परवाह न करते हुए सीमा पर बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है। चीनी मीडिया ने भारत पर अहंकारी रूख अपनाने का आरोप भी लगाया। बता दें कि सोमवार को गलवान घाटी में हुए संघर्ष में दोनों पक्षों के सैनिक हताहत हुए हैं। हालांकि, चीन ने अभी तक कोई सटीक आंकड़ा जारी नहीं किया है।
भारत पर लगाया चीनी क्षेत्र में निर्माण का आरोप
ग्लोबल टाइम्स ने आरोप लगाया कि भारत सीमा पर व्यापक बुनियादी सुविधाओं का निर्माण कर रहा है। चीन की सरकारी मीडिया ने दावा किया कि सीमा विवादों पर द्विपक्षीय मतभेदों की परवाह किए बिना वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी क्षेत्र में सड़क सहित कई सुविधाओं का जबरन निर्माण किया गया है। चीनी सैनिकों ने इस दौरान भारतीय सैनिकों को रोकने की कोशिश की जिससे दोनों पक्षों में कई बार शारीरिक संघर्ष भी हुआ।
चीनी मीडिया ने बताई भारत की दो गलतफहमी
चीन की सरकारी मीडिया ने आरोप लगाया कि भारतीय पक्ष का अहंकार और लापरवाही चीन-भारत सीमा पर तनाव का मुख्य कारण है। हाल के वर्षों में, नई दिल्ली ने सीमा मुद्दों पर सख्त रुख अपनाया है, जिसका मुख्य कारण दो गलतफहमी है। पहला यह कि चीन अमेरिका के साथ बढ़ते रणनीतिक दबाव के कारण भारत के साथ संबंधों में खटास नहीं चाहता है, इसलिए चीन भारतीय पक्ष से उकसावे की कार्रवाई का जवाब नहीं देगा। दूसरा यह कि कुछ भारतीय लोग गलती से मानते हैं कि उनके देश की सेना चीन की तुलना में अधिक शक्तिशाली है। ये गलतियां भारत के राजनीति को प्रभावित करती हैं और भारत की चीन नीति पर दबाव डालती हैं।
आरोप- भारतीय सेना ने चीन की संप्रभुता को चुनौती दी
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि भारत के कुछ एलीट क्लास के लोगों की गलत धारणा है कि अमेरिका ने अपनी भारत-प्रशांत रणनीति के जरिए भारत का परचम लहराया है। अखबार ने लिखा कि 2017 में जब डोकलाम क्षेत्र में भारतीय सेना ने अपनी सनक और अहंकार के कारण चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता को खुले तौर पर चुनौती दिया तब भारत के एलीट क्लास ने इसकी जमकर प्रशंसा की। चीन के प्रति भारतीय एलीट की मानसिकता खतरनाक है।
चीन के साथ संघर्ष में भारत के 20 सैनिक शहीद
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार को चीन की सेना के साथ झड़प में कम से कम 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं। भारतीय सेना ने देर शाम इसकी पुष्टि की। सूत्रों ने बताया है कि यह संख्या और भी बढ़ सकती है। इससे पहले दिन में एक अफसर समेत तीन जवानों के शहादत की खबर आई थी। उसके बाद से ही दिल्ली में ताबड़तोड़ बैठकों का दौर जारी रहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को दो बार लद्दाख के हालात को लेकर समीक्षा बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मौजूदा हालात से अवगत करा दिया गया है।