ड्रोन और लड़ाकू विमान में 'युद्ध', क्षमता जांचेगा US

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

अमेरिका ने भविष्य में होने वाले युद्धों को देखते हुए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में अगले साल यानी जुलाई 2021 में यूएस एयरफोर्स आसमान में फाइटर जेट और ड्रोन के बीच मुकाबला करवाने की तैयारी कर रही है। इस दौरान कई सैन्य पर्यवेक्षक भी मैन वर्सेज मशीन की इस लड़ाई को देखेंगे। इस मुकाबले से भविष्य को लेकर अमेरिकी वायुसेना युद्धक तैयारियों को और निखारेगी।

मिलिटरी डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस एयरफोर्स ने ऐलान किया है कि अगले साल वह हवाई युद्ध क्षमता को निखारने के लिए अपने बेहतरीन फाइटर जेट के मुकाबले ड्रोन को उतारा जाएगा। पिछले हफ्ते ही पेंटागन के ज्वाइंट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जैक शानहन ने खुलासा किया कि एयरफोर्स रिसर्च लैब ने इंसान के खिलाफ काम करने वाले एक ऑटोनोमस सिस्टम के विकास पर काम कर रही है।

मिचेल इंस्टीट्यूट के एक कार्यक्रम में बोलते हुए लेफ्टिनेंट जनरल जैक शानहन ने कहा कि इस प्रकार की लड़ाई से हमें भविष्य में अपनी युद्ध कौशल को और बेहतरीन बनाने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं आने वाले दिनों में इंसानी जानों को युद्ध के दौरान बचाया भी जा सकेगा।

बता दें कि हाल में ही अमेरिका ने अपने एडवांस फाइटर जेट्स को रोबोट की मदद से उड़ाने की परियोजना को हरी झंडी दी थी। अमेरिका ने इसके लिए 4.8 मिलियन डॉलर के बजट को भी मंजूर किया है। इसके तहत पहले चरण में ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस रोबोट्स को को-पायलट के रूप में तैयार किया जाएगा। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही रूसी वायुसेना ने अपने एडवांस फाइटर जेट को रोबोट की सहायता से उड़ाया था।

ओहियो के पैटरसन एयर फोर्स बेस पर स्थित यूएस एयरफोर्स रिसर्च लेबोरेटरी के अधिकारियों ने बुधवार को यूएस डिफेंस एडवांस रिसर्च प्रोजक्ट्स एजेंसी (DARPA) और ह्यूमन-रोबोट इंटरफेस के विशेषज्ञों के साथ एक कांट्रेक्ट को साइन किया है। इसके तहत ये सभी एजेंसियां मिलकर एयरफोर्स के लिए ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम को विकसित करेंगी।

इस प्रोजक्ट को एयर कॉम्बैट इवोल्यूशन (ACE) नाम दिया गया है। जिसमें भविष्य में दुश्मन देशों के फाइटर जेट के साथ होने वाले डॉगफाइट के लिए मानव और मशीनी इंटेलिजेंस से युक्त रोबोट पायलट को तैयार किया जाएगा। रिपोर्टों के अनुसार, डॉगफाइट्स के दौरान मानव पायलट युद्ध संबंधी रणनीति तय करेगा, जबकि विमान खुद सटीक निशाने और फायरिंग के फैसले लेगा।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.