भारत-चीन तनातनी पर बोला रूस, दोनों समझ लेंगे
लद्दाख में भारत और चीन के बीच बने तनाव पर दुनियाभर की नजर है। इस बीच रूस उम्मीद जताई है कि दोनों देश द्विपक्षीय बातचीत से लद्दाख में सीमा पर जारी तनाव को सुलझा लेंगे। साथ ही भारत और चीन के बीच अच्छे रिश्तों क्षेत्रीय स्थिरता के लिए जरूरी बताया है। रूस के डेप्युटी चीफ ऑफ मिशन रोमन बबूश्किन ने उम्मीद जताई कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच सकारात्मक विकास देखने को मिलेगा।
सतत विकास के लिए अच्छे संबंध जरूरी
बबूश्किन ने बुधवार को कहा है किउन्होंने कहा है, ‘दोनों महान समाजों के बीच शांतिपूर्ण पड़ोस के लिए हमें सकारात्मक विकास की उम्मीद है। हमारे भारतीय और चीनी दोस्तों के बीच कंस्ट्रक्टिव रिश्ते स्थिरता और सतत विकास पर क्षेत्रीय बातचीत के लिए बेहद जरूरी हैं।’ उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों देश विवादों को बातचीत से सुलझा लेंगे।
G-7 पुराना, G-20 योग्य
: रूस
रोमन ने कहा कि रूस भारत और चीन से शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO), BRICS और रूस-चीन-भारत के बीच ट्राईलेटरल फोरम की बैठकों में बातचीत पर विस्तार करने की राह देख रहा है। जब उनसे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रूस को G-7 में शामिल किए जाने की पेशकश पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि G-7 अब पुराना हो चुका है और दुनिया की समस्याओं से निपटने के लिए G-20 ज्यादा काबिल है।
पीछे हटी चीन की सेना
दूसरी ओर अभी तक आक्रामक रुख अपना रही चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने उन इलाकों से पीछे हटना भी शुरू कर दिया है जहां उसने पिछले कुछ दिनों में अतिक्रमण किया था। सूत्रों ने बताया, ‘पीएलए की टुकड़ियां
इलाके से 2 किमी पीछे हट गई हैं। वहीं, अन्य जगहों पर उसने सैनिक बढ़ाने या आक्रामक रुख अख्तियार करने जैसी कुछ बड़ी गतिविधि नहीं की है।’ हालांकि पेट्रोल पॉइंट 14, गोगरा पोस्ट और फिंगर-4 के पास अब भी चीनी सैनिक डटे हुए हैं।