अम्फान: ट्रेनों का रूट बदला, मछुआरों को चेतावनी
(Amphan) से तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा से लगने वाले क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होगी। ऐसे में ओडिशा सरकार जहां संवेदनशील इलाकों में रह रहे 11 लाख लोगों को निकालने की तैयारी कर रही है, वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने तटीय जिलों के लिए अलर्ट जारी किया और राहत टीमें भेजी हैं। तूफान ‘अम्फान’ के खतरे को देखते हुए रेलवे ने भुवनेश्वर से दिल्ली और दिल्ली से भुवनेश्वर रूट पर चलने वाली स्पेशल ट्रेन के रूट में बदलाव किया है। वहीं प्रशासन ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह समुद्र में न जाएं। इसके अलावा भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों और नदी के किनारे और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
बता दें कि तेज रफ्तार से भारत के पूर्वी समुद्री तट की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ ने दोहरी चुनौती खड़ी कर दी है। एक तरफ कोरोना संकट है, दूसरी तरफ तूफान की आशंका के चलते तमिलनाडु और ओडिशा जैसे तटीय राज्यों में लोगों को समुद्र तट से हटाया जा रहा है। कई सारे लोगों को कैंपों में ले जाया रहा है। कोविड-19 और चक्रवात ‘अम्फान’ की दोहरी चुनौतियों से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने अपनी टीम की संख्या 20 और बढ़ाकर 37 कर ली है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के निदेशक एस. एन. प्रधान ने कहा कि बल सभी उपकरणों और सामान के साथ उत्पन्न हो रही स्थिति का सामना करने को तैयार है, जिसके लिए मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि किसी भी समय चक्रवात प्रचंड तूफान का रूप ले सकता है और कुछ समय तक ऐसा ही रहेगा।
चक्रवाती तूफान में तब्दील ‘अम्फान’, ओडिशा ने लोगों को निकालना शुरू किया
चक्रवात ‘अम्फान’ सोमवार को प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और वह उत्तरपूर्व बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ सकता है और 20 मई को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच तटों से टकरा सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी के ऊपर और शक्तिशाली होकर धीरे-धीरे तट की तरफ बढ़ रहा है। यह अब प्रचंड चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है।
ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश की आशंका
आईएमडी ने कहा कि यह उत्तर-उत्तरपूर्व की तरफ बढ़ेगा और तेजी से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पहुंचेगा और भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में दीघा और हटिया के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से टकराएगा। विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने कहा कि इससे ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज रफ्तार हवाएं चलने की आशंका बढ़ गई है और राज्य सरकार ने संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मछुआरों से 21 मई तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है।