वुहान से नहीं सीखे, बिक रहे रोस्टेड चमगादड़
पूरी दुनिया अभी भी कोरोना वायरस के संकट का सामना कर रही है लेकिन इंडोनेशिया ने अब तक कोई सबक नहीं लिया है। कोरोना वायरस कैसे फैला इसे लेकर भले ही कोई पुख्ता तथ्य सामने नहीं आया है लेकिन यह तय माना जा रहा है कि इसमें चीन के वुहान मार्केट का बड़ा हाथ था। हालांकि, बावजूद इसके इंडोनेशिया के मार्केट में रोस्टेड चमगादड़ धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं।
बेचे जाते हैं कई जानवर
हेल्थ एक्सपर्ट्स इस मार्केट को ‘कैफेटेरिया फॉर ऐनिमल पैथोजन’ बता रहे हैं। यहां चमगादड़ों के अलावा चूहे, सांप, बंदर और छिपकलियां भी बेची जाती हैं। इंडोनेशिया कोरोना वायरस टास्क फोर्स वीकू अडिसास्मटो ने बताया कि जंगली जानवरों को खाना आग से खेलने से जैसा है। अगर उसमें कोई वायरस हुआ जिसके लिए इंसानी शरीर अच्छा होस्ट साबित हुआ तो इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है। इसलिए इम्यूनिटी का ख्याल रखना, साफ-सफाई रखना और जंगली जानवरों का सेवन बेहद जरूरी होता है।
सरकार से बाजार बंद करने की अपील
उन्होंने बताया कि मंत्रालय से सर्विलांस बढ़ाने, ज्यादा रीसर्च करने और जंगली जानवरों को खाए जाने से रोकने के लिए कैंपेन भी चलाने की अपील की गई है। वुहान के बाजार से ही कोरोना वायरस SARS-CoV-2 निकलने की आशंका है। इससे पहले 2002 में फैले SARS वायरस के भी चीन में जानवरों से ही निकलने की आशंका थी। उसमें दुनियाभर में 800 लोगों की मौत हो गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी देसों से वेट मार्केट बंद करने की अपील की है।
नजरअंदाज करना पड़ सकता है महंगा
एक्सपर्ट्स का कहना है कि केंद्र की सरकार स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी बताकर इन बाजारों को नजरअंदाज कर देती है जबकि यह वुहान जैसे हालात की ओर बढ़ने की आशंका को बढ़ा रहे हैं। कोरोना के फैलने को लेकर इस बात की आशंका जताई गई है कि चमगादड़ से यह वायरस सिवेट या पैंगोलिन जैसे किसी जानवर में पहुंचा और उससे इंसानों में। बता दें कि इंडोनेशिया में 17,025 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और 1,089 लोगों की मौत हो चुकी है।