पाक: सिंध, पंजाब में हिंदुओं पर हमला, यौन प्रताड़ना
पाकिस्तान भले ही कोरोना वायरस की चपेट में है लेकिन अल्पसंख्यकों पर हमले जारी हैं। ताजा हमला सिंध और पंजाब प्रांत के हिंदुओं पर हुआ है। आरोप है कि न सिर्फ इन लोगों के साथ मारपीट हुई है बल्कि महिलाओं का यौन उत्पीड़न भी किया गया है। बताया जाता है कि स्थानीय हिंदुओं को यहां से हटाने की साजिश में उन पर हमले होते रहते हैं।
पाकिस्तान में मानवाधिकार कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन के मुताबिक एक मामला सिंध के मटियारी के हाला का था जहां हिंदुओं के घरों पर हमला कर दिया और आग के हवाले कर दिया। आरोप है कि यहां पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को पीटकर घर से बाहर निकलने को मजबूर कर दिया गया। बताया जाता है कि स्थानीय हिंदुओं का भील समुदाय यहां कई दशकों से रह रहा है और उनको यहां से निकालने के लिए उन पर हमले किए जाते हैं। बीजेपी नेता तरुण विजय ने इस पर सवाल किया है, ‘याद है आखिरी बार हिंदू बिना डर और प्रताड़ना और अपमान के कब रहे थे।’
सार्वजनिक रूप से यौन प्रताड़ना
दूसरी ओर पंजाब के रहीमयार के चक नंबर 121 में एक शख्स और उसकी पत्नी पर हमला कर दिया गया। आरोप है कि महिला के साथ लोगों के सामने यौन प्रताड़ना भी की गई। घटने में घायल हुए पति-पत्नी को इलाके से जाने को मजबूर कर दिया गया। गौरतलब है कि इससे पहले शनिवार को लाहौर में एक चर्च पर भी हमला किया गया था। जमीन विवाद को लेकर यहां अज्ञात हमलावरों ने तोड़फोड़ मचाई थी और चर्च की दीवार और बाउंड्री तोड़ दी थी। घटना के बाद समुदाय के नेताओ ने पुलिस मे शिकायत दर्ज कराई।
ऐसे हैं हालात
इससे पहले पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने कहा था कि अल्पसंख्यक समुदाय देश के संविधान में उन्हें दिए गए धर्म और आस्था के अधिकारों का उपभोग नहीं कर सका है। आयोग ने हाल ही में इस्लामाबाद में जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘मानवाधिकार की स्थिति-2019’ में यह बात कही है। 2019 मे भी देश में हिन्दू और ईसाई समेत पूरा अल्पसंख्यक समुदाय को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है और उन्हें जबरन धर्मपरिवर्तन और ईशनिंदा कानून के तहत मुकदमे झेलने पड़े हैं।