नक्सली बंदूक छोड़ें तो हम गले लगाने को भी तैयार : डॉ. रमन सिंह
रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज एक बार फिर नक्सलियों से बंदूक छोड़ने और समाज तथा राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़ने का आव्हान किया। उन्होंने कहा – बन्दूक छोड़कर आगे आएं तो हम उन्हें गले लगाने को तैयार रहेंगे, लेकिन हिंसा किसी भी हालत में नहीं चलेगी। मुख्यमंत्री ने आज शाम राज्य के नक्सल हिंसा पीड़ित राजनांदगांव जिले के ग्राम साल्हेवारा में तेन्दूपत्ता बोनस तिहार के अवसर पर प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने वहां 21 हजार तेन्दूपत्ता संग्राहकों को करीब चार करोड़ 32 लाख रूपए का बोनस वितरित किया।
उन्होंने कहा – आज सबको तरक्की और खुशहाली के लिए स्कूल चाहिए, अस्पताल चाहिए, सड़क, सिंचाई और बिजली चाहिए। किसानों को फसल के उचित मूल्य के साथ बोनस चाहिए। तेन्दूपत्ता संग्राहकों को अच्छे पारिश्रमिक के साथ बोनस चाहिए। अपने घर-परिवार, समाज और राष्ट्र के विकास से जुड़ी जरूरतों के बारे में सबने समझ लिया है। सरकार सबकी उम्मीदों को पूरा कर रही है। तेन्दूपत्ता संग्राहकों का पारिश्रमिक विगत 14 वर्षाें में 450 रूपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर ढाई हजार रूपए कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा – आज डॉ. रमन आप सबके बीच इसलिए खड़ा है कि वह लोगों की सारी जरूरतों को आप सबके सहयोग से एक-एक कर पूरा कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा – साल्हेवारा से लेकर रेंगाखार तक इस पूरे इलाके में एक-एक गांव मैने घूमा है। आपमें से कई घरों में मुझे खाना खाने का सौभाग्य मिला है। साल्हेवारा सहित इस क्षेत्र की प्रत्येक जरूरत को सरकार पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में साल्हेवारा की नल-जल योजना के लिए 12 लाख रूपए, साल्हेवारा बाजार में चबूतरा और शेड निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रूपए और निकटवर्ती ग्राम नवागांव के माता केसरी पहाड़ मंदिर में सीढ़ी निर्माण के लिए 10 लाख रूपए मंजूर करने की घोषणा की। उन्होंने क्षेत्र के एक बरसाती नाले में एनीकट बनाने के लिए दो करोड़ रूपए मंजूर करने का भी ऐलान किया।