आतंकी ठिकाने खत्म करो पाक नहीं तो हम कर देंगे : अमेरिका
वाशिंगटन : सीआईए निदेशक माइक पोंपियो ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर इस्लामाबाद अपनी ज़मीन पर आतंकवाद का खात्मा नहीं करता है तो अमेरिकी खुफिया एजेंसी वो सबकुछ करेगी ये सुनिश्चित करने के लिए की उनका अस्तित्व पूरी तरह से मिट जाए.
सीआईए प्रमुख का बयान अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम माटिस के पाकिस्तान दौरे के चंद घंटों पहले आया है. माना जा रहा है कि इस दौरे में अमेरिका, पाकिस्तान से आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और अपनी ज़मीन पर आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया करने को कहेगा.हफ्ते भर पहले ही व्हाइट हाउस ने पाकिस्तान से 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड, हाफिज़ सईद पर मामला दर्ज़ कर उसके गिरफ्तारी की मांग की थी. माटिस का कहना है कि वो पाकिस्तान के नेताओं से बात कर मामले में उनकी राय जानना चाहते हैं.ट्रंप प्रशासन की कड़ी चेतावनी के बावजूद सईद पाकिस्तान में खुला घूम रहा है.
21 अगस्त को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से नई दक्षिण एशिया रणनीति की घोषणा के 100 दिन पूरे होने के बाद माटिस वो पहले उच्च अमेरिकी अधिकारी हैं जो पाकिस्तान का दौरा करेंगे.माटिस से पूछे जाने पर कि क्या वो पाकिस्तानी नेताओं को आतंकवादियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का दबाव डालेंगे, उन्होंने कहा, ‘मैं इस तरह से मुद्दों को नहीं सुलझाता. मैं मानता हूं कि हम मेहनत करते हैं जिससे एक साझा समझौते पर आएं और फिर साथ काम करें.’
माटिस की ये सकारात्मकता, अमेरिका की उस सोच के इतर है कि पाकिस्तान अपनी सीमा के अंदर तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ उतनी कार्रवाई नहीं कर रहा जितनी ज़रूरत है.अफगानिस्तान में युद्ध शुरू होने के बाद से पाकिस्तान के आतंकवादी सीमा पार कर अमेरिका, अफगानिस्तान और संयुक्त सेना के खिलाफ लड़ती रही है. बाद में वो पाकिस्तान में अपने सुरक्षित ठिकानों पर लौट जाती जहां इस्लामाबाद की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ उसके लंबे वक्त से रिश्ते रहे हैं.
पिछले महीने पाकिस्तान के हाफिज़ सईद को रिहा करने की व्हाइट हाउस ने कड़ी आलोचना करते हुए इसे गलत दिशा में कदम करार देते हुए चेतावनी दी कि इससे इस्लामाबाद के अमेरिका से रिश्ते और दुनियाभर में उसकी प्रतिष्ठा को नुक़सान पहुंचेगा.हाफिज़ सईद अमेरिका में वॉन्टेड आतंकी है और वो 2008 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड भी है.इसी साल अगस्त में अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताया था कि अगर वो अपनी ज़मीन में सुरक्षित आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद नहीं करते तो वो उसे देने वाले 255 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता को रोक देगा.