सुविधाएं मिल रही हैं तो उपलब्धि भी दिखाएं पुलिसवाले : नीतीश
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को विधि-व्यवस्था और शराबबंदी कानून की मॉनीटरिंग पूरी मुस्तैदी से करने को कहा है. उन्होंने दो टूक कहा कि हर तरह की सुविधाएं दे रहे हैं, तो इसके अनुरूप उपलब्धि भी चाहिए. पुलिस वाले टाइट हो जायेंगे, तो किसी को गड़बड़ी करने की हिम्मत नहीं होगी. अभी निचले स्तर पर थोड़ा लूज है. सीएम मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद भवन में बिहार राज्य पुलिस भवन निर्माण निगम के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने 54 थाना भवनों समेत 174 नवनिर्मित पुलिस भवनों का उद्घाटन और 23 का शिलान्यास किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पुलिस थाना, भवन, वाहन, हथियार समेत अन्य संसाधनों की हालत कैसी थी, यह किसी से छिपा नहीं है.
अब इसमें व्यापक स्तर पर बदलाव आया है. पुलिस भवनों से लेकर संसाधन तक सभी का तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है. ऐसे पुलिस अधिकारियों की यह विशेष जवाबदेही बन जाती है कि वे विधि-व्यवस्था और शराबबंदी कानून को मॉनीटरिंग मुस्तैदी से करें. शराबबंदी के बाद इसमें जुड़े धंधेबाज क्या कर रहे हैं, उसकी जानकारी लेते रहें. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून की खासतौर से मॉनीटरिंग करने के लिए मुख्यालय स्तर पर जल्द ही आईजी (प्रोहिवेशन) का पद सृजित किया जा रहा है.
इनकी जिम्मेदारी सभी जिलों में विशेष तौर पर शराब की तस्करी को रोकने और इन मामलों में कार्रवाई कराने की होगी. आर्थिक अपराध इकाई के अलावा आईजी (प्रोहिवेशन) शराबबंदी कानून को मुस्तैदी से लागू करने की मुहिम को संभालेंगे. यह पद सीआईडी विंग से जुड़ा होगा. कार्यक्रम को गृह सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी पीके ठाकुर और डीजी सह प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने भी संबोधित किया.
शुरू में अच्छा रहा, बाद में थोड़ा रिलैक्स हो गये
मुख्यमंत्री ने कहा कि आला अधिकारियों से कहा कि शराबबंदी कानून के तहत जिस थाने में गड़बड़ी मिली, उस पर कार्रवाई के अलावा 10 साल तक संबंधित थानेदार की पोस्टिंग किसी भी थाने में नहीं होगी.
यह नियम तो पहले से ही बना हुआ है, इसका पालन भी तो करें. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून शुरू में तो ठीक रहा, लेकिन बाद में अधिकारी थोड़ा रिलैक्स हो गये. जिला स्तर पर सभी एसपी अगर अपने दायित्व को अच्छे से समझें तो पुलिसकर्मी हमेशा सजग रहेंगे. शराबबंदी से कुछ अमीर-उमरांव को छोड़कर गरीब आबादी काफी खुश है. समाज में कुछ डिरेल्ड किस्म के लोग होते ही हैं, जो कुछ भी बोलते हैं.
न किसी को फंसाते हैं, किसी को बचाते
सीएम ने कहा कि हम तो न ही किसी को फंसाते हैं और न ही किसी को बचाते हैं. पहले जो भी होता था, उससे कोई मतलब नहीं है. जिसने गलत किया या कोई अपराध किया है, उसे उसकी सजा मिलनी चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि जिला स्तर पर एसपी को सजग रहना.
ज्ञान भवन में लगेगी सम्राट अशोक की प्रतिमा और अशोक पिलर
नीतीश कुमार ने कहा कि पटना में बने ज्ञान भवन में सम्राट अशोक की प्रतिमा और अशोक पिलर की स्थापना की जायेगी. उन्होंने कहा कि राज्य में आइकॉनिक बिल्डिंग को गिनाते हुए कहा कि पुलिस मुख्यालय ऐसा ही विशेष भवन होगा, जो पूरी तरह से भूकंपरोधी होगा. इसका सेंट्रल भवन किसी भूकंप में नहीं गिरेगा, जहां से कमांड सेंटर संचालित होगा. राजगीर में तैयार अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में कहां-कहां के लोग नहीं जाकर सम्मेलन करते हैं.
कुछ तो जोर लगाइए सुबहानी जी :- राजगीर में बन रही बिहार पुलिस अकादमी की देरी को लेकर कहा कि इसके लिए गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी को नोडल अधिकारी बनाया गया है.
सुबहानी जी कुछ तो जोर लगाइए, ताकि यह जल्द पूरा हो सके. अगर इसमें और राशि की जरूरत है तो उसे भी सरकार देगी. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में केंद्रीय एजेंसी के खराब रवैये के कारण उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है. अब नयी एजेंसी का चयन कर कार्य फिर से शुरू किया गया है.
कुछ पावर का मतलब समझते हैं कमाओ
नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग पावर का मतलब समझते हैं कमाओ. ऐसे चंद लोग किसी महकमा या संस्थान को बदनाम कर देते हैं. कुछ की दिलचस्पी गड़बड़ी करने में होती है. कैसे अवैध माल कमाया जाये. ऐसी प्रवृत्ति वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है. बिहार की पहचान ‘रुल ऑफ लॉ’ के कारण है. इसे हर हाल में बरकरार रखना है. आप लोगों को जो करना है, कीजिए. पर बिहार की पहचान कहीं से खराब नहीं हो.