झारखंडी को नहीं मिल रहा हक और अधिकार: बाबूलाल मरांडी
करौं: झारखंड एक ऐसा प्रदेश है, जहां झारखंडी को हक एवं अधिकार नहीं मिल रहा है. उक्त बातें झाविमो सुप्रीमो सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को अधिकार एवं न्याय यात्रा के दौरान करौं की एक सभा में कही. प्रदेश की समस्या यह है कि सरकारी नौकरियां बाहर के लोग लूट ले रहे हैं. कहा कि झारखंड में एक भी नेता नहीं मिला, जिसे मुख्यमंत्री बनाये.
छतीसगढ़ के व्यक्ति को यहां का मुख्यमंत्री बना दिया गया है, जिसे न तो यहां की भौगोलिक स्थिति की जानकारी है और न ही उनका कोई हित-कुटुंबी झारखंड में है. ऐसे मुख्यमंत्री से यहां के लोगों के हितों की रक्षा कैसे हो सकती है.
उन्होंने कहा कि लोगों के अधिकार एवं न्याय के लिए आगामी 6 तारीख तक न्याय यात्रा पर रहेंगे. प्रदेश में शराब बेचने वाले को 25 हजार महीना मिलता है. वहीं, शिक्षा की अलख जगाने वाले पारा शिक्षकों को 7-8 व 10 हजार रुपये महीना मिलता है.
प्रदेश में गरीब जनता भूख से मर रही है. रा हाल ही में सिमडेगा, धनबाद व देवघर में भूख से गरीब मर गये. लेकिन सरकार को इसकी चिंता नहीं है. उसे सिर्फ कॉरपोरेट घरानों को जमीन देने की चिंता है.