विराट कोहली ने बदला वानखेड़े का इतिहास
नई दिल्ली : कप्तान विराट कोहली के 200वें वनडे मैच में रिकॉर्ड 31वें शतक की बदौलत भारत ने शुरुआती झटकों और धीमी शुरुआत से उबरते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आठ विकेट पर 280 रन बनाए. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया. बता दें कि विराट कोहली ने जैसे ही इस मैदान पर टॉस जीता उनके नाम एक शानदार रिकॉर्ड दर्ज हो गया. इसके साथ ही 21 साल बाद यह पहला मौका है, जब मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में किसी भारतीय कप्तान ने वनडे में शतक जमाया हो.
अब तक यह रिकॉर्ड सिर्फ टीम इंडिया में ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर खिलाड़ी राहुल द्रविड़ के नाम ही दर्ज है, लेकिन इस मैदान पर टॉस जीतने के साथ ही कप्तान विराट कोहली ‘मुकद्दर के सिकंदर’ बन गए.
यूं को मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम भारत के लिए काफी लकी रहा है. 2011 में वर्ल्ड कप फाइनल में भारतीय टीम ने इसी मैदान पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. इसके अलावा भी इस मैदान से भारतीय टीम की कुछ बेहद खास यादें जुड़ी हुई है- खासकर सचिन तेंदुलकर की. सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों का यह होम ग्राउंड है और इस मैदान को लेकर खिलाड़ियों में खासा लगाव भी है, लेकिन एक मामले में यह मैदान भारतीय कप्तानों के लिए दुर्भाग्यशाली ही रहा है.
बता दें कि मुंबई के इस मैदान पर वनडे मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान टॉस के मामले में ‘मुकद्दर का सिंकदर’ नहीं बन सके हैं. पिछले 20 साल में वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मुकाबलों में केवल दो बार भारतीय कप्तान ने वनडे मुकाबले में टॉस जीता है.
रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया. उनसे पहले 28 नवंबर 2005 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीता था और पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था.
भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन की वजह से अफ्रीका टीम निर्धारित 50 ओवर में छह विकेट खोकर 221 रन ही बना सकी थी. जवाब में भारतीय टीम ने 47.3 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया. राहुल द्रविड़ ने 78 रन की नाबाद पारी खेली थी. युवराज सिंह ने 49 और सचिन तेंदुलकर ने 30 रन बनाए थे.