गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस की भारी जीत
गुरदासपुर। पंजाब में गुरदासपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सुनील जाखड़ ने रिकॉर्ड जीत के साथ इतिहास रच दिया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के स्वर्ण सलारिया को 1,93,219 रिकॉर्ड मतों से हराया। सलारिया भाजपा-अकाली दल गठबंधन के प्रत्याशी थे।
इस सीट पर मतदान 11 अक्तूबर को हुआ था। यह सीट भाजपा नेता विनोद खन्ना की मौत के बाद खाली हुई थी।
लोकसभा सीट के तहत आने वाले गुरदासपुर जिले के छह और पठानकोट जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों में सुनील जाखड़ को कुल 4,99,751 वोट पड़े, जबकि भाजपा के स्वर्ण सलारिया 3,06,533 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे। आप प्रत्याशी मेजर जनरल सुरेश खजूरिया 23,579 वोटों के साथ जमानत भी नहीं बचा सके। उनके समेत नौ अन्य उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई।
कुल 11 उम्मीदवार मैदान में थे। 7587 वोटरों ने किसी उम्मीदवार का समर्थन न करते हुए नोटा का बटन दबाया।
2014 में विनोद खन्ना ने बनाया था जीत का रिकॉर्ड
2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के विनोद खन्ना ने कांग्रेस के प्रताप सिह बाजवा को 1,36,650 मतों के रिकॉर्ड अंतर से हराया था। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में प्रताप सिह बाजवा ने भाजपा के विनोद खन्ना को 93,462 मतों के अंतर से शिकस्त दी थी।
विनोद खन्ना इस सीट से कुल चार बार सांसद रहे। जाखड़ की लोकसभा के लिए यह पहली जीत है। इससे पहले वह दो बार हार चुके हैं।
सभी हलकों में कांग्रेस नंबर एक पर
कांग्रेस की एकतरफा जीत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोकसभा सीट के तहत आने वाले सभी नौ विधानसभा हलकों में कांग्रेस के सुनील जाखड़ नंबर एक पर रहे। भाजपा उम्मीदवार स्वर्ण सलारिया नौ हलकों में किसी भी राउंड में लीड हासिल नहीं कर सके।
रिकॉर्ड जीत के बाद सुनील जाखड़ ने कहा कि इस जीत का श्रेय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिह को जाता है। लोगों ने कांग्रेस के छह माह के कार्यकाल को देखते हुए उनके पक्ष में जनादेश दिया है। यह परिणाम केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जनता के गुस्से को जाहिर करता है।
इस जीत पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ ही केरल में भी सरकार की सहयोगी पार्टी ने जीत दर्ज की है। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर इस जीत के कई मायने निकलकर सामने आ रहे हैं।