कुवैत में 15 भारतीयों की मौत की सजा उम्रकैद में तब्दील : सुषमा
नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि कुवैत के अमीर ने कुवैती जेल में बंद 15 भारतीयों की मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया है. सुषमा ने बताया कि कुवैत के अमीरों ने 119 भारतीय नागरिकों की सजा को भी कम करने का निर्देश दिया.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘कुवैत के अमीर को 15 भारतीय नागरिकों की मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील कर प्रसन्नता हुई है.’ सुषमा ने भी कुवैत के अमीर के ‘उदार’ प्रदर्शन पर शुक्रिया अदा किया और कहा कि देश में भारतीय दूतावास जेल से रिहा होने वाले भारतीय नागरिकों को सहायता प्रदान करेगा.
विदेश मंत्रालय के साथ ही जेलों में बंद भारतीयों के परिजनों ने भी शेख का शुक्रिया अदा किया है। एक व्यक्ति के परिजनों के हवाले से विदेश मंत्रालय ने बताया कि अपना कर्ज न चुका पाने के आरोप में पिछले 15 वर्ष से जेल में कैद 68 वर्षीय मुहम्मद मुस्तफा शौकत और उन जैसे कई लोगों को रिहाई की उम्मीद बंधी है।
मुस्तफा हुसैन को जब सजा माफ किए जाने की खबर मिली तो वे प्रार्थना के लिए बैठ गए। उन्होंने ईश्वर का शुक्रिया अदा करते हुए शेख का शुक्रिया अदा किया। कहा कि मैंने जो किया मैं उसके लिए शर्मिंदा हूं, इसके लिए मैंने कई वर्ष जेल में बिताए भी हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने मध्य पूर्व देशों की जेलों में कैद भारतीयों के मसले को गंभीरता से उठाने के लिए विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा था।
उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लिखे पत्र में कहा था कि शरजाह के अमीर डॉ. शेख सुल्तान बिन मोहम्मद अल कसामी 24 से 26 सितंबर तक केरल में थे। वहां मैंने उनसे जेलों में बंद भारतीयों के मुद्दे पर मानवीय आधार पर विचार करने के लिए कहा था। अब विदेश मंत्रालय इस मुद्दे पर बातचीत आगे बढ़ाए। इस पत्र के बाद विदेश मंत्रालय ने राजनयिक चैनलों के जरिए बातचीत शुरू की।