अमित शाह आज रांची में
रांची : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि पार्टी ने देश को परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति से मुक्त कराया है. देश में पॉलिटिक्स अॉफ परफार्मेंस की शुरुआत की है. यानी देश में वही शासन करेगा, जो परफाॅर्म करेगा. भाजपा अध्यक्ष शुक्रवार को रांची के रिम्स अॉडिटोरियम में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय संपूर्ण वांङमय पुस्तक का विमोचन सह बुद्धिजीवी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना की, कहा : पूरी दुनिया में आज भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश है. आज पूरी दुनिया की निगाह भारत पर है. विश्व का हर देश भारत से संबंध बनाना चाहता है.
पार्टियों के सिद्धांत जरूर देखें: उन्होंने विस्तार से बताया कि भाजपा आखिर राजनीति में क्यों है. कहा : यह पार्टी केवल चुनाव लड़ने और सरकार बनाने के लिए नहीं है. भाजपा और अन्य पार्टियों में अंतर है. देश जब आजाद हुआ, संविधान सभा बनी, तब तय करना था कि देश को किस ओर ले जाना है.
किस प्रकार का लोकतंत्र होना चाहिए. तब संसदीय लोकतांत्रिक पद्धति पर चलने का फैसला लिया गया. जिस दल के ज्यादा सांसद होते हैं, उसकी सरकार बनती है. सांसद अपना नेता चुनते हैं. जनता को पार्टियों का अध्ययन करना चाहिए. आजादी के बाद पार्टियां ज्यादातर व्यक्तिवादी होती गयी. किस पार्टी में लोकतंत्र है, यह देखना जरूरी होता है. पार्टी के अंदर यदि लोकतंत्र नहीं होगा, तो पार्टी लोकतंत्र को कैसे चलायेगी. पार्टी का ट्रैक रिकाॅर्ड देखना चाहिए.
भाजपा और वामदल में आंतरिक लोकतंत्र : उन्होंने कहा : देश में 1650 दल रजिस्टर्ड हैं. पर इनमें सिर्फ भाजपा और वामदल के पास ही आंतरिक लोकतंत्र है. झामुमो में गुरुजी के बाद कौन होगा, सब जानते हैं. कांग्रेस में सोनिया गांधी के बाद कौन होगा, सब जानते हैं. पर भाजपा में अमित शाह के बाद कौन, यह कोई नहीं बता सकता. मेरे जैसा छोटा कार्यकर्ता आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष है. यही इस पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र का कमाल है. भाजपा क्वालिफिकेशन देखती है. यही वजह है कि आज चाय बेचनेवाले गरीब का बेटा देश का प्रधानमंत्री है. यहां मेरिट के बल पर कोई पद मिलता है.
पार्टी के अपने नीति और सिद्धांत : सिद्धांत की चर्चा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा : 1947 के बाद कई नीतियों पर चर्चा हुई. पर इस देश की परिस्थिति को देखते हुए इसी देश की नीति यहां चल सकती है. नीति की वजह से ही तत्कालीन कांग्रेस सरकार से डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इस्तीफा दिया था और जनसंघ की स्थापना की थी. देश को भविष्य के रास्ते पर ले जाने के लिए ही जनसंघ और भाजपा का गठन हुआ. पार्टी के अपने नीति और सिद्धांत हैं. 10 लोगों से शुरू हुई पार्टी में आज 11 करोड़ सदस्य हैं. 330 सांसद हैं. 1397 विधायक हैं और 18 राज्यों में शासन है. आज यही वजह है कि भारत विश्व गुरु बनने की स्थिति में है.
राज्यों को बीमारू की श्रेणी से बाहर निकाला : भाजपा अध्यक्ष ने राम मंदिर आंदोलन, जनसंघ के गोवा मुक्ति आंदोलन, कश्मीर आंदोलन का भी जिक्र करते हुए कहा कि यही एक मात्र पार्टी है, जो सिद्धांतों पर चलती है. लालूजी, मुलायमजी और गुरुजी से कोई पूछे कि देश के लिए पार्टी का क्या सिद्धांत है. अमित शाह ने कहा : पार्टियों द्वारा राज्यों में चल रही सरकारों का भी अध्ययन करना चाहिए. पहले की सरकार कैसी थी और ये सरकार कैसी है. आज सारा डाटा उपलब्ध है. 80 के दशक में बीमारू शब्द प्रचलित था.
बीमारू माने बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश. पर जब से इन राज्यों में भाजपा शासन में आयी है, ये राज्य बीमारू की श्रेणी से बाहर निकलने लगे हैं. हमें सरकारों के काम की स्टडी करनी चाहिए. बी यानी बिहार में जब से भाजपा और जदयू की सरकार आयी, राज्य तेजी से आगे बढ़ने लगा. बीच में पंक्चर हो गया था, पर आज फिर दोनों साथ हैं और राज्य बढ़ रहा है. यू यानी उत्तर प्रदेश अभी-अभी आया है. पांच साल बाद यह बीमारू राज्य से बाहर आ जायेगा. जहां भी भाजपा की सरकार बनी, हर जगह विकास हुआ है. हमारे पास समर्पित कार्यकर्ताओं की शृंखला है. दूसरों को स्वीकार करने का माद्दा है. हम मानते हैं कि यह देश तो हमारा है. पर बाहर से भी लोगों को लेकर देश की सेवा में लगाया है.
केंद्र सरकार पर कहा : भाजपा अध्यक्ष ने कहा : भाजपा की नेतृत्ववाली केंद्र सरकार सदैव गरीबों के हित में विचार करती है. 2014 में पहली बार भारी बहुमत से गैर कांग्रेसी सरकार बनी. देश की खूबसूरती है कि एक गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बना. आज वे विदेशों में जहां जाते हैं, उनका स्वागत होता है. दुनिया मानती है कि भारत तेजी से आगे बढ़नेवाला देश है. देश में 60 करोड़ लोग ऐसे थे, जो अर्थव्यवस्था से जुड़े नहीं थे. जनधन खाता खोल उन्हें जोड़ा गया. 29 करोड़ जनधन अकाउंट खोले गये. खाते में डीबीटी का पैसे सीधे जाने लगा. 59 हजार करोड़ रुपये जिसकी पहले गड़बड़ी होती थी, आज नहीं होती. एलपीजी की सब्सिडी सीधे खाता में जाने से 14900 करोड़ की बचत हुई. सरकार 2019 तक पांच करोड़ गरीब परिवारों को एलपीजी का कनेक्शन देगी. उन्होंने कहा : तीन साल में किसी को कोई कन्फ्यूजन नहीं है कि देश किस दिशा में जा रहा है. देश समर्थवान बनने की दिशा में जा रहा है.
ये भी थे मौजूद : कार्यक्रम में संपूर्ण वांङमय का विमोचन किया गया. संपादक डॉ महेश शर्मा ने पुस्तक के बाबत जानकारी दी. मंच पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, सुदर्शन भगत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे.