नीतीश कुमार पहुंचे सीमांचल, बाढ़पीड़ितों का पूछा हाल
भागलपुर : कोसी-सीमांचल के इलाके से बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. हालांकि, सहरसा व सुपौल में कटाव ने मुसीबत बढ़ा दी है. कटाव के कारण सहरसा के असैय चाकी मधेपुरा के आलमनगर व चौसा एवं कटिहार के मनिहारी में अब भी बाढ़ का पानी जमा है. मंगलवार को मधेपुरा में दो, सुपौल व कटिहार के समेली में एक-एक व्यक्ति की मौत डूबने से हो गयी. मंगलवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्णिया पहुंचे. सीएम ने बायसी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
सहरसा के नवहट्टा प्रखंड की कोसी नदी ने केदली पंचायत के असैय चाही में पूर्व मुखिया जानकी कुमारी सहित तीन दर्जन से अधिक परिवार का घर नदी में विलीन हो गया. कटाव का आलम यह है कि नदी गांव के पश्चिम की दिशा से कटाव शुरू कर मकुर यादव, तशविंद यादव, मिथिलेश यादव, राजकुमार यादव, दिनेश यादव, दिलीप यादव, सुमन यादव, रमन यादव, अमेरिका देवी, पुलकित शर्मा, अर्जुन शर्मा, छोटेलाल शर्मा, शंभु शर्मा सहित अन्य के घर का कटाव सोमवार को कर दिया.
सुपौल में पूर्वी तटबंध के 64.95 किलोमीटर स्पर पर कोसी का दबाव मंगलवार को भी जारी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी घटने के कारण स्पर पर कटाव तेज हुआ है. बता दें कि सदर थाना क्षेत्र के बसबिट्टी के समीप बने इस स्पर पर कई दिनों से पानी का दबाव बना हुआ है. कटाव के मद्देनजर अभियंताओं की देखरेख में कटाव निरोधी कार्य जारी है.
मधेपुरा के आलमनगर व चौसा में महिलाएं कोसी मां की पूजा-अर्चना कर कोसी मां को खोयैक्षा देकर विदा कर रही है, लेकिन कोसी विदा नहीं ले रही है. यही हाल है क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों का, जो मजदूरी कर अपने जिंदगी को बसर करते थे, उन्हें काम नहीं मिल रहा है. उनके समक्ष पेट भरना मुश्किल हो गया है.
अररिया में बाढ़ की विभिषिका ने जिले के लगभग 15.5 लाख लोगों को अपना निशाना बनाया है. यह आंकड़ा जिला प्रशासन के आपदा विभाग द्वारा जारी किया गया है. राहत नहीं मिलने से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. बाढ़ प्रभावित हड़ियाबारा पंचायत के पीड़ितों ने मंगलवार को लगभग पांच घंटा एनएच 57 को जाम रखा. इस दौरान जीरो माइल अररिया से हड़िया चौक तक लगभग पांच किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी.
कटिहार के मनिहारी में स्थिति अब भी दयनीय है. महानंदा के पानी से मनिहारी प्रखंड की सभी पंचायतों के साथ-साथ मनिहारी शहर के अधिकतर वार्ड प्रभावित हुए हैं. मनिहारी में मंगलवार को महानंदा नदी का पानी कही स्थिर था, तो कही बढ़ रहा था. शहर के चरवाहा विद्यालय, फार्म नयाटोला, नयाटोला, बलदियाबारी, गांधीटोला, सिंगल टोला, मारा लाइन आदि में बाढ़ का पानी घुसने से लोग परेशान हैं. नगर के वार्ड दो स्थित नयाटोला और एसएम कॉलोनी में पानी प्रवेश कर गया हैं. नये स्थानों पर पानी घुसा हैं. मनिहारी-कटिहार मुख्य सड़क पर बाढ़ पीड़ित शरण लिये हुए हैं. चरवाहा विद्यालय, फार्म नयाटोला, नयाटोला, बाघमारा और नवाबगंज, बौलिया, मनोहरपुर सहित अन्य गांवों के बाढ़ पीड़ित मनिहारी-कटिहार मुख्य सड़क पर शरण लिये हुए हैं.
पूर्णिया के बायसी व धमदाहा के इलाकों में पानी तो कम हो रहा है, लेकिन लोगों की मुश्किलें बरकरार हैं. मंगलवार की शाम सीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया. बाढ़ पीड़ितों की समस्या जानने के बाद सीएम ने अधिकारियों को हर पीड़ितों तक राहत पहुंचाने का निर्देश दिया.