ट्राई ने मांगा रिलायंस जियो से स्पष्टीकरण
नई दिल्ली. हाल ही में टेलिकॉम रेग्युलेटरी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम से फ्री कॉलिंग ऑफर के मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा है. बताया जा रहा है कि इसका कारण कंपनी द्वारा ट्राई को 1 रुपये 20 पैसै प्रति मिनट की दर से वॉइस टैरिफ प्लान की दी गई जानकारी है. सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे को लेकर ट्राई के सीनियर अधिकारियों ने रिलायंस जियो एग्जिक्युटिव्स से मुलाकात की व कंपनी की ओर से फाइल टैरिफ प्लान की पुरी जानकारी भी मांगी है. सूत्रों का कहना है कि “मामले पर बातचीत हो रही है.
आपको बता दे कि जियो जो सिम कार्ड ब्रोशर्स अपने ग्राहकों को दे रहा हैए उस पर 2 पैसे प्रति सेंकड यानी 1.20 रुपये प्रति मिनट कॉल प्लान प्रिंट है. फिलहाल जियो ने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि रेग्युलेटर को दी गई जानकारी और फ्री कॉल की घोषणा में यह अंतर क्यों हैघ्
खबर यह भी है कि रिलायंस जियो को उस टेलिकॉम टैरिफ ऑर्डर में सुधार से संबंधित मुद्दों से जल्द ही निपटना पड़ सकता है जिसे ट्राई ने वर्ष 2004 में बनाया गया था. और बता दे कि इसके मुताबिकए टेलिकॉम कंपनियां इंटरकनेक्ट यूजर चार्ज से (आईयूसी) या उस चार्ज से जो एक टेलिकॉम कंपनी दूसरी कंपनी को अपने ग्राहकों के कॉल टर्मिनेट करने के लिए देती हैए कम टैरिफ नहीं रख सकतीं. और फिलहाल आईयूसी की मौजूदा रेट 14 पैसे प्रति मिनट है जबकि जियो ने फ्री कॉल्स की घोषणा करा रखी है.
अगर सूत्रों की माने तो जियो अधिकारी जल्द ही टैरिफ प्लान्स को बदल सकते हैं जो ट्राई के टैरिफ ऑर्डर के मुताबिक होगा. इसके अलावा मार्केट की अन्य कंपनियों ने भी जियो पर फ्री वॉइस कॉल ऑफर कर गलत परंपरा शुरू करने का आरोप लगाया है. हालांकिए इस बारे में सूत्रों का कहना है कि ट्राई को जियो के प्रतिद्वंद्वियों के इस आरोप में दम नहीं लगा. और उनका मानना है कि जियो ने अभी.अभी टेलिकॉम सेक्टर में कदम रखा है तो इसका मार्केट शेयर अभी काफी छोटा है. सुत्रों का कहना है किए “यही आरोप अगर किसी दबदबे वाली कंपनी पर लगता तो शायद सही होता.